*हमारा आचरण हमारे ज्ञान को व्यान करता है।।*
*एक व्यक्ति ने गुरु जी से पूछा हमारा व्यवहार कैसे अच्छा होता है, गुरु जी ने कहा जो आप आचरण में समावेश करोगे वही बाहर आएगा,आप चाय पी रहे हैं, पीछे से किसी ने धक्का दिया तो कप में से चाय छलकेगी, अगर दूध पी रहे है तब दूध।।*
*इंसान जिस बात को विचार को ह्रदय में समावेश करेंगे वही व्यक्त कर सकेगा, क्रोध, अपशब्द, अगर आपने समेटे हैं,तो वही बाहर निकलेंगे,अच्छाई रखी है तो अच्छा बाहर आएगा।।*
*कई बार हमे लगता है कि हम किसी से उलझ जाते हैं, विवाद में पड़ जाते हैं तो मन में अहंकार उत्पन्न हो जाता है, हमे लगता है है क्यों विनम्रता अपनाए क्यों हम क्षमा मांगे, जब की सच्चाई यह है कि बड़ा इंसान वही है जो झुकता है, विनम्रता सबसे बड़ा बड़प्पन है।।*
*कुत्ता भोंकता है,शेर सर झुका कर चलता है, आपका आंकलन आप कर सकते है।।*