*✍"सुख"*
*सुबह जैसा होता है*
*" माँगने"पर नही*
*"जागने"पर मिलता है..!!*
*✍सिर्फ शब्दों से न करना,किसी के वजूद की पहचान*
*हर कोई , उतना कह नही पाता..*
*जितना समझता और महसूस करता है..!!*
*✍शख्स बनकर नहीं,*
*"बल्की"*
*शख्सीयत बनकर जियो,*
*"क्योंकि"*
*शख्स एक दिन विदा हो जाता है,*
*शख्सीयत जिंदा रहती हैं..!!*
*✍दान करने से रुपया जाता है!*
*"लक्ष्मी" नहीं..!*
*घड़ी बंद करने से घड़ी बंद होती है!*
*"समय" नहीं..!*
*झूठ छुपाने से झूठ छुपता है!*
*"सच" नहीं..!*
*माना दुनियाँ बुरी है ,सब जगह धोखा है,*
*लेकिन हम तो अच्छे बने ,हमें किसने रोका है!*
*रिश्तें " मौके"के नहीं..,*
" *भरोसे*के मोहताज होते है..!!*
*✍अरमान सिर्फ उतने ही अच्छे हैं!*
*जिनमें.*
*स्वाभिमान गिरवी रखने की*
*ज़रूरत ना पड़े..!!*
*✍अंहकार की आरी*
*लालच की तलवार*
*और*
*कपट की कुल्हाड़ी..!*
*अच्छे से अच्छे सबंधो को काट ड़ालती हैं..!!*