*मूर्ख से बहस करना गाल पर बैठे मच्छर को मारने जैसा है
26 नवम्बर 2021
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*मूर्ख से बहस करना गाल पर बैठे मच्छर को मारने जैसा है। मच्छर मरे या न मरे पर आपको थप्पड़ जरुर लगेगा। हम जैसे हालात या मानसिक स्थिति से गुज़र रहे होते हैं, उसी अनुसार हर बात या* *माहौल को मोड़ देते हैं, इसलिए दोष किसी की प्रतिक्रिया का नही होता,बल्कि उनके हालात या मानसिक स्थिति का होता है।* *इसलिए जहां तक हो सके, रिश्तों की क्रद करों, क्योंकि फिर तस्वीरें किसी की कमी पूरी नहीं करती। बाकी किसी का अहसान कितना ही* *छोटा हो उसे कभी मत भूलना और अपना अहसान कितना ही बड़ा हो उसे कभी मत जताना...*