*✍️इंसान दो मामलों में बेबस है!*
*"दुख" बेच नहीं सकता;...!!*
*"सुख"खरीद नहीं सकता;...!!*
*मुसीबतें रुई से भरे*
*थैले की तरह होती हैं;*
*देखते रहेंगे तो*
*बहुत भारी दिखेगी;*
*और उठा लेंगे तो!!*
*एकदम हल्की हो जायेंगी..!!*
*✍️जीवन मे*
*श्वास और विश्वास*
*की एक समान जरूरत*
*होती हैं*
*श्वास खत्म तो*
*जिंदगी का अंत*
*और*
*विश्वास खत्म तो*
*सम्बन्धो का अंत..!!*
*✍️ढ़ल जाती है*
*हर चीज अपने वक्त पर...*
*बस*
*एक व्यवहार और लगाव ही है*
*जो कभी बूढ़ा नहीं होता..!!*
*✍️गुजरी हुई जिंदगी को*
*कभी याद ना कर*
*तकदीर में जो लिखा है*
*उसकी फरियाद ना कर* *जो होगा वो होकर रहेगा*
*तु कल की फिकर में*
*अपनी आज की हंसी बर्बाद ना कर.*
*हंस मरते हुए भी गाता है और*
*मोर नाचते हुए भी रोता है.*
*ये जिंदगी का फंडा है*
*दुखो वाली रात नींद नहीं आती*
*" और " खुशी वाली रात कौन सोता है..!!*
*✍️सभी इंसान है, लेकिन फर्क सिर्फ इतना है!*
कुछ जख्म देते है,
कुछ जख्म भरते हैं!
*हमसफर यहां सभी है, फर्क सिर्फ इतना है*
कुछ साथ चलते हैं
कुछ साथ छोड़ जाते हैं
*प्यार सभी करते हैं, फर्क सिर्फ इतना है*
कुछ जान देते हैं
कुछ जान लेते हैं
*रिश्ते यहां सभी बनाते हैं,मगर फर्क सिर्फ इतना है*
कुछ रिश्ते निभाते हैं
कुछ इसे आजमाते हैं..!!