*बोलने से पहले शब्द मनुष्य के वश में होते हैं लेकिन बोलने के बाद मनुष्य शब्दों के वश में हो जाता है
21 नवम्बर 2021
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*बोलने से पहले शब्द मनुष्य के वश में होते हैं लेकिन बोलने के बाद मनुष्य शब्दों के वश में हो जाता है वैसे ही बुराई छोटी हो या बड़ी वही विनाश का कारण बनती है*
*इसलिए श्रेष्ठ वही है जिस्मे दृढ़ता हो पर ज़िद ना हो दया हो लेकिंन कमजोरी ना हो ज्ञान हो परंतु अहंकार बिल्कुल ना हो*