*स्वयं-विचार-करे.li*
*प्रसन्नता.li कोई आपको नहीं दे सकता, ना ही बाजार.li में किसी दुकान पर जाकर पैसे.li देकर आप खरीद.li सकते हैं*
*अगर पैसे से प्रसन्नता.li मिलती तो दुनिया.li के सारे अमीर खरीद.li लेते।*
*प्रसन्नता.li जीवन जीने के ढंग से आती.li है*
*जिंदगी.li भले ही खूबसूरत.li हो लेकिन जीने का अंदाज.li खूबसूरत ना हो तो जिंदगी.li को बदसूरत.li होते देर नहीं लगती.li*
*झोंपड़ी.li में भी कोई आदमी आनन्द.li से लबालब मिल सकता है और कोठियों.li में भी दुखी, अशांत, परेशान आदमी.li मिल जायेगा*
*आज से ही सोचने.li का ढंग बदल लो जिंदगी उत्सव.li बन जायेगी*
*स्मरण.li रखना संसार जुड़ता है त्याग.li से और बिखरता है स्वार्थ.li से*
*त्याग.li के मार्ग पर चलोगे तो सबका अनुराग.li बिना माँगे ही मिलेगा.li और जीवन बाग़.li बनता चला जायेगा.li*
*मुस्कराहट.li वो हीरा है जिसे.li आप बिना खरीदे.li पहन सकते हो और ......*
*जब तक यह हीरा.li आपके पास है... आपको सुंदर.li दिखने के लिये किसी और चीज.li की जरुरत नहीं है !!*
*निर्णय-आपका.li*