*जब आप परेशान होते हो तो खुद को मन से कमजोर महसूस करते हो,*
*जब आप परेशानी को खुद पर हावी नहीं होने देते तब आप खुद को मन से मजबूत पाते हो,*
*परेशानियों से जीवन तो भरा हुआ है ही,*
*कदम-कदम पर कोई न कोई परेशानी तो आएगी ही,*
*जो आपको चिंता से ग्रसित करेगी,*
*परेशानियों का हल तो केवल आपकी मानसिक स्थिति पर निर्भर करता है,*
*यदि आप खुद को परेशानियों से निकालना चाहोगे तो आपको स्वयं ही स्वयं की मदद करनी होगी,*
*अपने मन को मजबूत बनाओगे तो परेशानी आपको परेशान नहीं करेगी,*
*खुद को कमजोर मत बनाओ,यही आपकी परेशानी का सही मायने में हल है निर्णय आपका* *स्वयं विचार करें..!!*