*किसी की बुराई तलाश करने वाला व्यक्ति उस मक्खी की तरह है,*
*जो सारे खूबसूरत बदन में केवल घाव ढूँढ कर उस पर ही बैठती है...!!!* *आत्मा तो हमेशा से*
*जानती ही है,कि सही*
*क्या है और गलत क्या है*
*चुनौती तो मन को*
*समझाने की होती है.....*
*आप कब सही थे*
*ये कोई याद नही रखता*
*आप कब गलत थे*
*इसे कोई नही भूलता...*
*रिश्ते निभाने के लिए बुद्धि नहीं,दिल की शुद्धि होनी चाहिये..!!*
*सत्य कहो, स्पष्ट कहो, सम्मुख कहो,*
*जो अपना हुआ तो समझेगा,*
*जो पराया हुआ तो छुटेगा.!* *बस एक ही बात सीखी है ज़िन्दगी में*
*अगर अपनों के करीब रहना है तो मौन रहो*
*और अपनों को करीब रखना है तो बात दिल पर मत लो।*