*✍️इन्सान को कभी अपने वक़्त*
*पर घमन्ड नही करना चाहिए*
*क्योंकि*
*वक़्त तो उन नोटों का भी*
*नहीं हुआ*
*जो कभी पूरा बाजार खरीदने*
*की ताकत रखते थे*
*ज़िन्दगी है साहब,*
*छोड़कर चली जाएगी,*
*मेज़ पर होगी तस्वीर,*
*कुर्सी खाली रह जाएगी..!!*
*✍️प्रयास ना छोड़ें*
*अगर आप कामयाब हुए तो*
*दुनिया आपको जान जाएगी*
*अगर नाकामयाब हुए तो*
*दुनिया को आप जान जाएंगे..!!*
*✍️ये किताबी नहीं,जीवन*
*का गणित है ,*
*यहाँ दो में से एक गया,तो कुछ नहीं बचता..*
*चाहे जीवन साथी हो या हो सच्चा दोस्त..!!*
*✍️कुछ सिखाकर ये दौर भी गुजर जायेगा..*
*फिर एक बार हर इंसान मुस्कुराएगा...*
*मायूस न होना मेरे दोस्तों इस बुरे वक़्त से,*
*कल,आज है और आज,कल हो जाएगा..!!*