एक चीतल हिरण की व्यथा- आप लोग ठीक कह रहे हैं कि मैं एक जानवर हूँ और मुझे जंगल में शिकारी जीवों के बीच ही जीवन की जद्दोजहद करनी है। लेकिन मैं अभी जिस जंगल में रहता हूँ वंहा के शिकारी जानवरों
सो आज के लिए निर्धारित कक्षा में पहुँचे । यह कक्षा 10 में गणित का कालांश था । अमन जी हिन्दी के अध्यापक थे । बच्चों ने गणित ही पढने की जिद की । और गणित की मोटी सी पुस्तक मेज पर धर दी । अम
अमन जी अपनी बाइक उठाकर गाँव में पहुँचे । लाख प्रयास के बाद भी कोई स्वयं सेवक नहीं मिला । लोग कहते- वाह माटसाब ! खुद तो पढाने के साठ सत्तर हजार लेते हो और हमसे फ्री में गाँववालों को पढवाना चाहते हो ।
कक्षा में बच्चे आपस में लड़ झगड़ रहे थे । अमन जी ने उनको शांत किया और किताब निकालने को कहा । इतने में एक बच्चा बोला, सर वर्कबुक भरवाइए ना । अभी तो उसी का समय है । प्रमोद जी की इच्छा अपने बाल नोच लेन
अमन जी को अभी कक्षा 1 से 8 तक की उपस्थिति इकट्ठी करनी थी । झट डायरी उठाकर दौड़े । आँकड़े इकट्ठे करके भोजन निर्माण शाला में पहुँच कर बताया कि आज कितने आटे की रोटियाँ बनेगी । फिर बाँस की एक सीढी लगाकर
श्रीमान मैं भारतीय इंजीनियर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया... एक ट्रेन द्रुत गति से दौड़ रही थी। ट्रेन अंग्रेजों से भरी हुई थी। उसी ट्रेन के एक डिब्बे में अंग्रेजों के साथ एक भारतीय भी बैठा हुआ था। डिब्ब
घोडों के स्टेच्यु की पहचान... एक पाँव ऊपर किये, कभी दोनो पैर ऊपर किये हुए, तो कभी चारो पैर नीचे किये घोड़े की पीठ पर बैठे हुये कई स्टेचू देखे । बचपन से ये जिज्ञासा थी कि आखिर घोड़े के दोनों प
भारत से पाँच हज़ार किलोमीटर दूर तारीख 9 सितम्बर 1828 जगह रूस एक लेखक का जन्म हुआ। जिसने अपनी लेखनी को बुलंदी पे पहुचाया जिनकी रचनाओं को सम्राट मुँशी प्रेमचंद ने हिंदी अनुवादित किया, जिससे गाँधी ने पत्
सोशल मीडिया शब्द एक कंप्यूटर-आधारित तकनीक से कनेक्ट करता है जो आभासी नेटवर्क और समुदायों के माध्यम से विचारों, और सूचनाओं को साझा करने की सुविधा प्रदान करता है। सोशल मीडिया कंप्यूटर नेटवर्क परआधारित ह
क्षत्राणी पन्नाधाय : मेवाड़ के इतिहास में जिस गौरव के साथ प्रायः वीर शीरोमणि महाराणा प्रताप को याद किया जाता है, उसी गौरव के साथ पन्नाधाय का भी नाम लिया जाता है। जिन्होनें स्वामी भक्ति को सर्वो
आनलाइन शिक्षा सुविधा देने लगी है घर घर में।कुछ लाभ हुए कुछ नुकसान मनुष्य के जीवन में।।आनलाइन शिक्षा से बच्चे गुलाम हो गये है मोबाइल के।आंखें हो रही कमजोर चिड़चिड़ापन होने लगा इस आदत से।।बच्चे हो गये ह
डिअर काव्यांक्षी कैसी हो 🥰 जब बात शिक्षा की हो तो कहते है इससे बढ़ कर कोई सम्पति नहीं ये ही ऐसी सम्
ऑफलाइन Vs ऑनलाइन शिक्षा पर विचार करने से पहले हमें शिक्षा क्या होती हैं. इस पर थोड़ा विचार कर लेना चाहिए। वस्तुतः शिक्षा का अर्थ है -अधिगम, अध्ययन तथा ज्ञानाभिग्रहण। शिक्षा-शास्त्री टी. रेमांट का
कभी ऑनलाइन तो, कभी ऑफलाइन शिक्षा का आजकल बच्चे चख रहें हैं स्वाद, हम ही थे बस ऐसे जो , रोज़ स्कूल जा जाकर हुए थे बेहाल दोस्तों के संग बैठ के पढ़ना एक दूसरे के साथ मिलकर खेलना और शे
दोनों के अपने है अलग अलग फायदे शिक्षा है ज्यादा जरूरी,सीखे चाहे कैसे भी हो चाहे ऑफलाइन या हो ऑनलाइन
ऑनलाइन शिक्षा से हुए हैं , घर बैठे पढ़ने में आसानी , एक से एक बड़े टीचर से , अपने घर पर ही रहकर कर सकते हैं पढ़ाई ।जो जानकारी हमें ऑफलाइन में , नहीं है मिल पाती वो पढ़ाई भी ,
22/8/2022प्रिय डायरी, आज का शीर्षक है ऑनलाइन शिक्षा या ऑफलाइन शिक्षा, ऑनलाइन शिक्
गुरुकुल में शिक्षा दीक्षा,शिष्य ग्रहण करें दिन रैन।चाहे करें वह चाकरी,या फिर हो शिक्षा रैन।।गुरुकुल में रहकर शिष्य,सीखते है जीवन के पाठ।गुरु की सेवा सुश्रुषा से,पाते गुरुकृपा का पाठ।।वृक्ष तले खुले आस
विधार्थी के अरमान कितने अरमान थे की हम स्कूल जाते स्कूल का बस्ता कंधे पर उठाकर बस स्टाप पर खड़े हो जाते।कितने ही रोज सुबह बहाने बनाते फिर मुश्किल से उठकर जल्दी जल्दी सारे काम निपटा