अप्रैल माह की इस डायरी में आपको सुन्दर और उत्कृष्ट कविताओं का संगम पढ़ने के लिए मिलेगा,,। कृपया पढ़कर अपनी सुंदर समीक्षा अवश्य दें। 🙏🙏
यह किताब एक कविता संग्रह है। मैंने अपने अनुभवों को शब्दों में पिरोकर कविता का रुप दिया है।कहते हैं कि साहित्य समाज का दर्पण होता है, तो समाज में होने वाली घटनाएँ तथा ज़िन्दगी के खट्टे मीठे अनुभव यहाँ कविता के रूप में प्रस्तुत हैं।अपनी व्यस्त दिनचर्या
मासिक डायरी लेखन।इस बुक में महत्वपूर्ण दिवस के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला है।जीवन में संगीत उल्लास के प्रभाव से परिचित कराया गया है।
इस कहानी में एक व्यक्ति अपनी पत्नी और उसके दोस्त को दो परस्पर ऐसे अपरिचित व्यक्तियों की कहानी सुनाता है जो संयोगवश मिलते हैं और एक प्रेम त्रिकोण की शुरूआत होती है। इस प्रेम कहानी में पात्रों के माध्यम से प्रेम के विभिन्न रूपों के साथ-साथ प्रकृति एवं
यह पुस्तक उस अपराजेय योद्धा, कुशल संगठक, नीति-निर्धारक व योजनाकार की गौरवगाथा है जो उनके गुणों को ग्राह्य करने के लिए प्रेरित करेगी। छत्रपति शिवाजी महाराज अप्रतिम थे। उनका पराक्रम, कूटनीति, दूरदृष्टि, साहस व प्रजा के प्रति स्नेहभाव अद्वितीय है
डायरी लेखन दैननंदिनी प्रतियोगिता
उपदेशक का यह वचन है, कि व्यर्थ ही व्यर्थ, व्यर्थ ही व्यर्थ! सब कुछ व्यर्थ है। Vanity of vanities, saith the Preacher, vanity of vanities; all is vanity. एक पीढ़ी जाती है, और दूसरी पीढ़ी आती है, परन्तु पृथ्वी सर्वदा बनी रहती है। One generat
ठंड बढ़ने लगी है सखी ।हम तुम बात करेंगें मुलाकात करेंगे और इंतजार करेंगे एक दूसरे से मिलने का।
यह एक काल्पनिक कहानी है जिसके पात्र नहीं किसी घटना अथवा नहीं किसी व्यक्ति से संबंध रखते है, इस कहानी में दो प्रेमियों के प्रेम का वर्णन किया गया है जो कोसी प्रकार से किसी के धर्म अथवा उनके मनोबल को ठेस पहुंचाने का कार्य नही कर रही।
रूठी रानी (उपन्यास) : मुंशी प्रेमचंद
मेरी ये किताब सपनों की उड़ान उन लड़कियों को समर्पित है जो अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर समाज में अपना नया मुकाम हासिल करती हैं और अपने सपनों को पूरा करती हैं। यह किताब उन लड़कियों की व्यथा भी है जो अपने सपने पूरा करना चाहती हैं लेकिन समाज की बंदिशों
इस माह की दैनंदिनी में प्रस्तुत है 5जी तकनीकी के लाभ और प्रभाव। हमारी भारतीय उत्सवधार्मी समाज में तुलसी विवाह की कथा। आधुनिक बदलती शिक्षा प्रणाली के साथ ही देश में व्याप्त कुछ अनसुलझे मुद्दों आरक्षण, भ्रष्टाचार, ऑनर किलिंग, महिला हिंसा, धार्मिक मतभ
एक गीला पत्ता उसके कंधे पर गिर गया जिससे वह डर के मारे उछल पड़ी। चौंक कर वह झाड़ी के पीछे अपने छिपने के स्थान से हट गई फिर भी वह पहली बार महसूस किए गए डर से कांप रही थी। उसके रौंगटे खड़े हो चुके थे तथा सांसे तेज चल रही थीं ... एक डर जिसकी भविष्यवाणी