5 अप्रैल 2022
मंगलवार
समय 3:00 (दोपहर)
मेरी प्यारी सखी
कैसी हो? गर्मियां शुरु हो गई है, अपना ध्यान रखना।
इस बार प्रिया के घर जाना हुआ। बड़ी ही मजेदार बात हुई। हुआ कुछ यूं कि उसके पति ने कहा कि उगादि के कारण 1 अप्रैल को उसकी छुट्टी है। प्रिया ने भी कह दिया हां ठीक है।
वह हैदराबाद में है और वहां तेलुगू में नव संवत्सर को उगादि कहा जाता है और मराठी में गुड़ी पड़वा।
प्रिया 31 मार्च शाम को बेचैन हो उठी कहने लगी उगादि में बेटे की छुट्टी का मैसेज तो स्कूल से आया ही नहीं। रात तक जब कोई मैसेज नहीं आया बहुत बेचैन हो गई तो ऊपर के माले में रह रही भाभी से पूछने चली गई।
क्यों भाभी जी उगादि में बच्चों के स्कूल की छुट्टी नहीं हुई इस बार? तो उन्होंने कहा- हां होगी ना 2 अप्रैल को छुट्टी। उगादि तो 2 अप्रैल को है, उन्होंने कहा।
प्रिया उसे करती रही अरे नहीं भाभी उगादि के कारण ही तो इनकी 1 अप्रैल की अर्थात कल की छुट्टी है।
बेटे ने कहा मम्मी तेलुगु लोग ही उगादि मनाते हैं तो इन्हीं को पता होगा ना कब की है।
प्रिया ने उसे डांटते हुए कहा कि चुप हो जा। वह चुप हो गया, लेकिन वह चुपचाप पापा के पास गया और अपने पापा से पूछने लगा पापा उगादि कब की है?
उसके पापा ने कहा 2 अप्रैल की, क्यों क्या हुआ? वह वहीं से चिल्लाया लो मम्मी उगादि तो 2 अप्रैल की है। पापा भी कह रहे हैं और आप 1 अप्रैल की रट लगाए हुए हो।
असल में प्रिया के पति की शनि और रविवार की छुट्टी होती है। जिस कारण उगादि मनाने के लिए उनके ऑफिस से 1 अप्रैल की छुट्टी का प्रस्ताव रखा गया था और यह सारा उल्टा सीधा प्रिया के दिमाग में चल निकला। और ऐसी परिस्थितियां पैदा हो गई।
प्रिया की गलतफहमी से सभी परेशान हो गए।
चलती हूं अपना ध्यान रखना।
पापिया