मेरा पसंदीदा शौक खाली समय में रुचि पूर्ण और ज्ञानवर्धक किताबों को पढ़ना है। और कभी-कभी कुछ थोड़ा लिखने का शौक है.....
मारुत नन्दन पवनसुत अपनी भक्ति में रहकर अन्य कर्म रूप को एक सौम्य रूप द्वारा पूर्ण करते हैं जो कर्म में भी भक्ति को एक रूप प्रदान करते हैं।।
बुंदेली में नवरचित दोहे दोहाकार- राजीव नामदेव 'राना लिधौरी', टीकमगढ़ (मप्र)) भारत
अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय एवं स्थानीय महत्व के विशेष ख़बरों-समाचारों-जानकारियों का चयनित संकलन...