हैप्पी बर्थडे आज मैडम का जन्मदिन मनाया गया ।शाला में सभी बच्चो ने मिलकर बर्थडे मनाने का आयोजन किया ।बच्चो ने पैसे एकत्रित कर केक का प्रबंध भी कर लिया । प्रबंधन का गुण बच्चो में है। लड़को की अपेक्षा लड़कियों में आपस में संगठित व एकता भाव ज्यादा दिखाई देता है ।वैज्ञानिक कहते है जन्म लिये बच्चे के मस्तिष्क का 95%विकास जन्म के 5 साल तक हो जाता है । या कहा जाए अपने जीवन में जो भी सीखेगा उसका 95% 5 वर्ष होते तक सीख लेता है शेष 5% आगे के वर्षो में सीखता है ।बहुत महत्त्वपूर्ण हैं प्रारंभ के 4 से 5 वर्ष मरने तक इसी सीखे गए तकनीक को अपनाता रहेगा । प्रार्थना होने के बाद सभा कक्ष में बच्चे एकत्रित हुए मै बच्चे के चेहरे को परख रहा था सभी प्रसन्न थे सभी कतार बद्ध बैठे है । क्या बच्चे को पढ़ना अच्छा लगता है या अन्य । प्रधान पाठक ने मैडम का उम्र पुछा ;34 साल मैडम ने कहा ।उसी दिन एक अन्य छात्रा का जन्मदिन था सामने बुलाकर सभी बच्चो ने विश किया ।किसी बच्चे को सम्मान दोगे शाबासी दोगे तो वह और सीखने के लिए खुलता है उसे लगता है कि प्रेम मिल रहा है उसका शारिरीक व मानसिक विकास होने लगता है उसके स्कूल के दिनों की आने की संख्या बढ़ जाती है ।देखा गया है बच्चा अपने साफ सफाई पर ध्यान देने लगता है । नहाते समय कपड़े व साबुन पर ध्यान देने लगता है । कपड़े के प्रेस पर भी ध्यान देता है । केक काटते समय फुलझडी को जलाया रोशनी देते ही सभी लोगो ने ताली बजाया । इस बार मोमबत्ती जलाकर नही बुझाए । पटाखे से रोशनी किए नए को स्वीकारने में बच्चे असहज महसूस नही करते जल्दी से स्वीकार कर लेते है जो दिशा बचपन में बनता है आगे उसी राह पर मन लगा रहता है । वही सोच पर कायम रहते हैं। बहुत मुश्किल से कोई उसे भटका सकता है ।
गलत दिशा में गए बच्चे कुसंगति पकड़ लेते हैं हिंसा जुआ ,शराब ,आलस के अधीन हो जाते है । माता पिता व शिक्षक के प्रेम पर उसका जीवन निर्भर करता है ।अक्सर पिता यदि बच्चे को सिगरेट मत पियो स्वास्थ्य खराब होता है सिखाता है,नैतिक शिक्षा देता है लेकिन पिता घर में सिगरेट पिता है तो हो सकता है कि बच्चा भी सिगरेट पीने लगे । भले ही उसे प्रेमपूर्वक सिगरेट पीने के नुकसान बताया गया हो ।लोगो के बैठने उठने की आचरण को ग्रहण कर लेता है । आज मैडम जी के बर्थडे में बच्चो ने खूब एन्जॉय किया उसे खाने-पीने में कुछ मिले या न मिले पर आनंद उल्लास में रहे ।शहरों में बर्थडे तो मनाते थे अब गाँवों में लोग बर्थडे मनाने लगे गरीब तबके के लोग भी अपने बच्चो का जन्म दिन मनाते है ।शार्टकट कार्यक्रम के आयोजन में वृद्घि हुई है ।हमे सोचना होगा कौन कौन से तरीको से बच्चे खिलखिलाने लगते हैं,मुस्कुराने लगते है ,उसका मन लगता है रुचि लेता है । हम उसे प्रतियोगिता सिखाना शुरू कर देते है ।दूसरो की तुलना कर उसे दूसरे से आगे निकल जाने की लत से मजबूर करते जाते हैं जो आगे बढ़ता है वह अहंकार पाल लेता है जो आगे बढ़ नही पाता वह कुंठा से घिर जाता है ।ईर्ष्या द्वेष करने लग जाते हैं। हर आदमी अद्वितीय है उसके जैसा पृथ्वी पर दूसरा पैदा नही हुआ है । उसे जो प्रकृति ने नवाज़ा है किसी दूसरे को कार्बन कापी नहीं बनाया है । बच्चा जो जन्मा है वह वही बनेगा जो स्किल खुदा ने दिया है ।आप वही बनेगें जो आप बनना चाहते हैं इस संसार में आप वही करेंगे जो प्रकृति आपसे चाहती है ।प्रकृति आपसे वही चाहती है जिसे केवल आप कर सकते जो दूसरे नहीं ।
आप सभी ने इस पृथ्वी पर मानव जन्म लिए मुबारक हो ।