साक्षरता और शिक्षा को सामान्यतः सामाजिक विकास के संकेतकों के तौर पर देखा जाता है। साक्षरता का विस्तार औद्योगिकीकरण, शहरीकरण, बेहतर संचार, वाणिज्य विस्तार और आधुनिकीकरण के साथ भी सम्बद्ध किया जाता है। संशोधित साक्षरता स्तर जागरूकता और सामाजिक कौशल बढ़ाने तथा आर्थिक दशा सुधारने में सहायक होता है। साक्
भारत आबादी के मामले में दूसरे नंबर पर आता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में भारत की आबादी चीन से भी अधिक होगी. आज़ादी के बाद से अलग-अलग सरकारों ने आबादी पर नियंत्रण लाने के लिए कई कदम उठाए. समझा-बुझाकर काम नहीं चला, तो इमरजेंसी के दौरान जबरन नसबंदी भी करवाई गई. कोई भी उपाय आबादी पर नियंत्रण नहीं लग
फिल्मी दुनिया अब तक देशभक्ति पर कई फिल्में बन चुकी हैं, जिसमें हाल ही में उरी बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा रही है। देशभक्ति पर आधारित फिल्म उरी दर्शकों के बीच खूब पसंद हो रही है। उरी का जोश अभी लोगों के बीच खत्म नहीं हुआ कि एक और देशभक्त पर आधारित फिल्म रिलीज हो चुकी है। जी हा
कहते हैं कि कलयुग हैं हर कोई यहां सिर्फ खुद के बारे में और खुद के लिए हो सोचता है। लेकिन आज के समय में भी दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जो अपने से ज्यादा दूसरों के बारे में सोचते हैं और उनकी खुशियों का ध्यान रखते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही कहानी बताने जा रहे हैं जिसे जानने के
श्री धर्मवीर भारति हिंदी साहित्य के प्रयोगवादी कवि थे | डॉ. भारति हिंदी की साप्ताहिक पत्रिका 'धर्मयुग' के प्रधान संपादक थे। भारत सरकार द्वारा 1972 में डॉ. धर्मवीर भारती को पद्मश्री से सम्मानित किया गया। रथ का टूटा हुआ पहिया हूं धर्मवीर भारति की सर्वश्रेस्ट और लोकप्रिय कविताओं में से एक है | महाभारत
साल 2018 अब चंद दिनों का मेहमान है लोग बेसब्री से 2019 का इंतज़ार कर रहे हैं। लेकिन 2018 में पीछे मुड़कर देखें तो भारत ने इस साल कई ऐसी उपलब्धियाँ हासिल की जिससे हर भारतीय का सर गर्व से ऊँचा हो गया। नोटबंदी और GST लागू होने के बावज़ूद भारत की इकॉनमी विश्व की सबसे तेज़ गति से बढ़ती इकॉनमी है। इसके साथ ही
नवज्योति इंडिया फाउंडेशन (Navjyoti India Foundation) एक गैर-लाभकारी संगठन है। जिसकी शुरुआत 1988 में प्रथम महिला आईपीएस (IPS) डॉ. किरण बेदी और दिल्ली पुलिस के 16 पुलिस अधिकारियों की टीम के द्वारा भारत में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध, निरक्षरता, भेद-भाव, जैसी समाज में फ़ैली विकृतियों को एक जुट होकर साम
हम आपके लिए 11 बहुत ही खूबसूरत तस्वीरें लेकर आए हैं। आज की तस्वीरों पर आपको गर्व जरूर होगा। क्योंकि ये तस्वीरें हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक है। भारत में सैकड़ों धर्म मौजूद है। यहां पर हिंदू और मुस्लिम दो मुख्य धर्म है। इन दोनों धर्मो को मानने वाले करोड़ों लोग इस देश में रहते हैं दोनों ही समुदाय के
बाल यौन शोषण हमारे समाज की सबसे जटिल समस्याओं में से एक है।भारत में दिन पर दिन बाल यौन शोषण की समस्याएं तेज़ी से बढ़ती जा रहीं है। जिसके चलते न जाने कितने मासूम आज एक सुरक्षित समाज में साँस नहीं ले पा रहे।उनके मन में असुरक्षा का डर भर गया
जैसा कि आप सभी लोग जान रहे हैं कि आजकल शादियों का माहौल बड़े जोरों शोरों से चल रहा है आम लोग ही नहीं बल्कि यहां तक कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में भी शादियां बड़ी धूमधाम से हो रही है आजकल बॉलीवुड की मशहूर हस्तियों की महंगी शादियां काफी सुर्खियों में छाई हुई है वैसे देखा जाए तो ब
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में फुटपाथ पर एक अलग ही दुनिया बसती है।जिसमें अधिकतर बसेरा बच्चों का हैं।ये बच्चे न जाने रोज़ कितने समस्याओं से झुझते हैं जिसमें नशे की लत, अभद्र व्यवहार और हिंसा का शिकार तो जैसे
बच्चों का नाम जहाँ आता है वहां बचपने की एक तस्वीर आँखों के सामने आ जाती है, पर बदलते समय के साथ इस बचपन की तस्वीर धुंधली होती जा रही है। रोज़ाना हम सड़कों पर कूड़ा उठाते बच्चों को देखते हैं और उन्हें देखते ही हमारे ज़हन में बाल मजदूरी का ख़्याल आता है, पर मांजरा यहां कुछ औ
ऊपर वाले की लीला ही अपरंपार है।कहा जाता है कि ऊपर वाला जब भी देता है छप्पर फाड़ के देता है।कुछ ऐसा ही हुआ अमेरिका के मेरीलैंड में रहने वाली एक महिला के साथ । चंद पलों में उसकी किस्मत बदल गई। वो गई तो थी गोभी लेने पर उसे क्या पता था की चंद पलों में उसकी किस्मत चमकने वाली है। जी हां! वो महिला देखते ही
कहते हैं न मेहनत इतनी ख़ामोशी से करनी चाहिए कि सफलता शोर मचा दे। जिन्हें सपने देखने का शौक होता है उन्हें रात छोटी लगती है और जिन्हें सपना पूरा करना पसंद होता है उनके लिए दिन छोटा पड़ता है। एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद दूसरा सपना देखने के हौसले को ज़िंदगी कहते हैं. कोई काम छोटा या बड़ा नहीं
हम बहुत सालो से ग़ुलाम रहे है, हम भारतीयों पर अंग्रेज़ों ने राज किया है वो भी पूरे 200 साल तक. और आज जो हमारा देश दुनिया से पीछे छूट गया है उसका जो असली कारण है वो यही है. यदि हमारा देश ग़ुलाम नहीं हुंआ होता तो आज हमारा देश पूरी दुनिया से आगे निकल गया होता. पर वो दिन अब दूर नहीं है हमारा देश एक दिन
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO ने बुधवार को अपने अब तक के सबसे वजनी सैटेलाइट का प्रक्षेपण कर दिया। भारतीय समयानुसार मगंलवार-बुधवार की रात में दक्षिणी अमेरिका के फ्रेंच गुयाना के एरियानेस्पेस के एरियाने-5 रॉकेट से ‘सबसे अधिक वजनी’ उपग्रह GSAT-11 को लॉन्च किया गया। सैटेलाइट बु
३ दिसंबर यानि आज भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की 131 वीं जयंती है। राजेंद्र प्रसाद एक प्रमुख व्यक्तित्व जिसने हमारे राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में बहुत योगदान दिया, राजेंद्र प्रसाद पहले राष्ट्रपति थे जिन्होंने स्वतंत्र भारत के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और 12 वर्षों तक राज्य का सबस
सभी भारतवासियों को संविधान दिवस (26 नवम्बर) की हार्दिक बधाई । भारत गणराज्य का संविधान 26 नवम्बर 1949 को बनकर तैयार हुआ था। संविधान सभा के निर्मात्री समिति के अध्यक्ष डॉ॰ भीमराव आंबेडकर जी ने भारत के महान संविधान को 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में 26 नवम्बर 1949 को पूरा कर राष्ट्र को समर्पित किया। गणतंत्र
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के नि-धन से पूरा देश शोक में डूबा है। अटल जी को शुक्रवार को अंतिम बिदाई दे दी गई, लेकिन लोगोंं के दिलोंं में वो हमेशा राज करेंगे। अटल के जाने से भारतीय राजनीति का एक अध्याय पूरी तरह से खत्म हो गया। अटल बिहारी को शब्दों में पिरो पाना संभव नही
इतिहास की बात की जाये तो पूरे देश के इतिहास को यदि तराजू के एक तरफ रख दें और केवल मेवाड़ के ही इतिहास को दूसरी ओर रख दें, तो भी मेवाड़ का पलड़ा हमेशा भारी ही रहेगा | कभी गुलामी स्वीकार न करने वाले शूरवीर महाराणा प्रताप ने इतने संघर्षों के बाद अकबर को मेवाड़ से खदेड़ने पर मजबूर कर दिया था |न जाने मेव