भारत आबादी के मामले में दूसरे नंबर पर आता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में भारत की आबादी चीन से भी अधिक होगी. आज़ादी के बाद से अलग-अलग सरकारों ने आबादी पर नियंत्रण लाने के लिए कई कदम उठाए. समझा-बुझाकर काम नहीं चला, तो इमरजेंसी के दौरान जबरन नसबंदी भी करवाई गई. कोई भी उपाय आबादी पर नियंत्रण नहीं लगा पाया. भारत में योग को Popular करने वाले बाबा रामदेव ने देश की जनसंख्या को नियंत्रित करने का उपाय बताया है. ANI के एक ट्वीट के अनुसार, रामदेव ने कहा है कि जिन दंपत्ति ने दो से ज़्यादा बच्चे पैदा किए उनका मताधिकार छीन लेना चाहिए और उन्हें चुनाव लड़ने की इजाज़त नहीं देनी चाहिए. बाबा ने ये भी कहा कि उन्हें सरकारी स्कूल, अस्पताल का प्रयोग करने से रोकना चाहिए और सरकारी नौकरी भी नहीं दी जानी चाहिए. Economic Times की रिपोर्ट के अनुसार, बाबा रामदेव ने अलीगढ़ में पतंजलि गार्मेन्ट्स के स्टोर का उद्घाटन करते हुए ये बात कही. बाबा ने इस प्रकार का बयान पहले भी दिया है. नवंबर में भी रामदेव ने इससे मिलते-जुलता बयान दिया था. बाबा ने कहा था, 'इस देश में जो हमारी तरह से विवाह न करे (अविवाहित) उनका विशेष सम्मान होना चाहिए... विवाह करे, तो दो से ज़्यादा संतान पैदा करे तो उनके वोटिंग राइट्स नहीं होने चाहिए...' नेताओं से लेकर कुछ समप्रदायों के प्रमुख तक ने जनसंख्या नियंत्रण को दरकिनार करते हुए हिन्दुओं को ज़्यादा से ज़्यादा बच्चे पैदा करने को भी कहा है. बाबा ने मताधिकार छीनने की बात तो कह दी पर शायद ये भूल गए कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाने से पहले ज़रूरी है लोगों को Sex Education देना है. जब तक इस विषय पर समझदारी से बात नहीं होगी, जनसंख्या नियंत्रण दूर के सपने जैसा है.