भाग 6
पुलिस अधिकारी सुशांत वर्मा धरम के पास आते हैं वह स्तब्ध सा खड़ा है , निकिता उस से पूछ रही है कि उसके सात क्या हुआ वह लड़की कौन थी पर शिवाय आंसु के वह कुछ बोल नहीं पा रहा था, तभी राजेश ओर उसके मित्र आ जाते हैं ,और दूसरे लडको से सारी बाते पता चलते ही राजेश कहता है ," देखा आप लोगो ने अभी चुनाव जीता नही तब ये हाल है जनाब के बाहर से लड़कियां बुलाकर कॉलेज में रंगरेलिया मनाएंगे , मनाइए भाई किसने मना किया है, यही तो उम्र है ,मजा करने का पर उसके लिए किसी कि जिंदगी बरबाद कर दोगे क्या ,"?? निकिता उसे डांट कर करती है तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है ,इसकी हालत नही देख रहे हो ये कितना परेशान है एक शब्द बोल नही पा रहा है ,पता नही क्या हुआ है इसके साथ और तुम बवाल मचा रहे हो, " !! राजेश कहता है " इसको तो एक्टिंग में ऑस्कर अवॉर्ड मिलना चाहिए क्या बेहतरीन एक्टिंग कर रहा है,"!! निकिता गुस्से में आकर राजेश को एक थप्पड़ मारती है , और उसे बुरी तरह जलील करती है , राजेश एकदम शॉक्ड रह जाता है ,इसके पहले आज तक किसी कि इतनी हिम्मत नहीं हुई थी की उस से ऊंची आवाज में बात करता,, और निकिता ने सरेआम सिर्फ उसे थप्पड़ ही नही मारा बल्कि जलील भीं किया, वह खुन्नस में निकिता को देखता है ,और उसे इशारा करता है कि बहुत बुरा किया तुमने, अच्छा नही होगा तुम्हारे लिए,और फिर चिल्ला के कहता है ," देखिए इंस्पेक्टर साहब ये मैडम एक तो रेपिस्ट का सपोर्ट कर रही हैं और बोलने पर इनकी गुंडा गर्दी देखिए ,हम शरीफ लोगो पर किस तरह हाथ उठा रही हैं और जलील कर रही हैं, "!!
सुशांत वर्मा धरम के पास आता हैं और हवलदार से उसे गाड़ी में बिठाने को कहता है, जैसे ही हवलदार उसे पकड़ता है वह उसका हाथ झटक कर खुद गाड़ी में बैठ जाता हैं, वह सबकी तरफ देखता है ,उसे राजेश की बात याद आती हैं , कि यह तुम्हारे बस की बात नही है तुम सीधे साधे लड़के हो पढ़ाई लिखाई पर ध्यान दो , उसकी आंखों में एक अलग ही रोष व्याप्त होता है , पुलिस कि गाड़ी आगे बढ़ती है ,निकिता भी भागकर अपनी गाड़ी में बैठती है दो तीन लड़के और उसके साथ बैठते हैं ,एक लड़का कहता है " ये सब प्लांट गेम लगता है ,"!! दूसरा कहता है " यार एक बात समझ नही आई , धरम कभी भी अपना बैग भूलता नहीं था ,आज ही कैसे भुला , मे बी कुछ भी हो सकता है ,"!! निकिता गाड़ी रोक कर कहती हैं" चली निकलो उतरो गाड़ी से मुझे तुम लोगो कि बकवास नही सुननी है, वह तीनो को उतार देती हैं ,और आगे जाती है, वह अपने फोन लगाकर सारी स्थिति बताती है तो उसके पापा नवीन कुमार उसे तुरंत घर आने को कहते है , वह गाड़ी घर की ओर मोड़ती है,"!!
घर में नवीन कुमार निकिता का ही वेट कर रहे थे, निकिता उनके पास जाकर उनसे लिपट कर रोते हुए सब बताती हैं ,नवीन कुमार उस से कहते हैं" देख बेटी , मैं गृह मंत्री हूं , सीएम के बाद मेरा नंबर आता है स्टेट में ,अब तुम क्या चाहती हो ये छोटे मोटे चक्कर में अपना नाम खराब कर लु ,तुम्हे जरा भी परवाह है मेरी ,तुम मेरी बेटी होकर एक रेपिस्ट का साथ देने जा रही हो, तुम्हारे हिसाब से वह बहुत सीधा है ,तो उसे चुनाव लडने की क्या ज़रूरत थी ,और ओ लड़की किसी और को क्यों नहीं ट्रैप कि उसे अगर ट्रैप ही करना होता तो किसी पैसे वाले को करती ऐसे कंगाल लोगो को फसा के उसको भी बदनामी के अलावा कुछ नहीं मिलेगा, वो जितना दिखता है उतना सीधा नही होगा ,और प्लीज अगर तुम मेरी बेटी बने रहना चाहती हो तो उस से मिलने नही जाओगी ,क्योंकि मीडिया वहा पहुंच चुकी होगी और मैं नही चाहता तुम्हारे बेवकूफी कि वजह से मेरा नाम खराब हो ,और तुम्हे उसके पास जाना है ,तो आज से हमारे रिश्ते खत्म हो जायेंगे , में तुझे आज ही श्रद्धांजलि अर्पित कर दूंगा, "!! वह जाते है ,निकिता वही बैठ कर फुट फुट कर रोने लगती है,,"!!!
मेडिकल रिपोर्ट तो पहले से ही सेट कर दी गई थी ,रेप की कोशिश का चार्ज और अब्यूजिंग का केस लगता है ,मीडिया वालों को भी सेट कर दिया गया था वह लोग भी बढ़ा चढ़ा कर न्यूज दिखाते है , धरम के मां बाप दोनो को तो जैसे शॉक्ड सा लग गया, वह बेचारे किसी तरह पुलिस स्टेशन पहुंचते हैं ,पर उन्हे मिलने नही दिया जाता है ,वह लड़की मीडिया में रो रो कर अपने बयान दे रही थी,"!!
राजेश अपने मामा के साथ बैठा न्यूज देख रहा था , राजेश ने उस लड़की को 5 लाख रुपए दिए थे और आगे पूरा हेल्प करने के लिए कहा था ,और मीडिया 2 लाख खर्च किए थे ,और एक बहुत बड़ी समस्या से निजात पा लिया पर धरम कि जिंदगी बरबाद कर दिया उसका गम किसी को नही था पर राजेश कही न कहीं अंदर से दुखी था ,पर वह भी मजबूर था,"!!!!
क्रमशः