भाग 29
राजेश का ऑपरेशन हो गया ,वह होश में भी आ गया था उसके पास ही धरम और निकिता बैठे हैं , उसी समय पुलिस आती है , अभी तक उसका बयान नही हो पाया था , पुलिस उसका बयान लेती है वह बताता है की*" सब इतने जल्दी में हुआ की ना ही वह किसी को ढंग से देख पाया और न ही कुछ कर पाया ,वह तो वहां के लोग अगर नही आए होते तो शायद मैं नही बचता ,*"!!!
वैसे तो वहा के दुकानदारों ने हमलावरों के बारे में सब बता दिया था ,यहां तक कि एक ने गाड़ी का वीडियो भी बना लिया था उसमे दो तीन लोगो के चेहरे भी आ गए थे, *"!!!!
पुलिस बयान लेकर जाती है , राजेश कहता है,*" ये सब मेरी मामी का किया धरा है ,वह पुरी तरह से नागिन है ,बिना डसे मानेगी नही ,*"!!!
धरम कहता है *" कोई बात नही उस नागिन के फन को कुचलना होगा ,*"!!!
रितिका कहती है *" उसका पूरा खानदान ही घटिया है , *"!!!
उसी समय सतीश वहा आता है वह राजेश का हलचल पूछता है , और कहता है *" गाड़ी तो पकड़ी गई है , लोग भी जल्दी पकड़ लिए जायेंगे ,और फिर जिसने कराया है वह भी पकड़ा जाएगा ,*"!!!
धरम कहता है ,*" भईया ,वो हर्षा सिंह इसकी मामी ही है यह क्लियर है ,*"!!
सतीश कहता है ,*" धरम कानून को प्रूफ चाहिए होता है ,कई बार हम अपराधी को बिंदास घूमते हुए देखते हैं पर उसके खिलाफ कोई सबूत न होने की वजह से उसका हम कुछ नहीं कर सकते हैं , !!!
हर्षा का दिमाग खराब हो गया था ,वह राजेश को तुरंत मरना चाहती थी , पर उसके साथ लोग उसे शांति रखने की बात करते हैं ,!!!
हर्षा कहती है *" चाहे जितने भी पैसे लगे लगा दो पर मुझे उस सपोले को तुरंत मरवाना होगा , मेरा पति उसकी वजह से जेल में है , *"!!?
उसका खास गुर्गा महातम सिंह कहता है ,*" हर्षा इतना उत्तेजित होने की आवश्यकता नहीं है ,उत्तेजना की वजह से साहब भी फसे अब तुम भी वही करने जा रही हो , *"!!!
हर्षा गुस्से में कहती हैं *" चूड़ियां पहन लो तुम लोग सब के सब कागजी शेर हो ,*"!!!
महातम सिंह कहता है ,*" हर्षा अब तुम कुछ अधिक बोल रही हो , हम तुम्हारे अच्छे के लिए बोल रहे हैं और तुम हमे चूड़ियां पहना रही हो , हम दुष्यंत सिंह के लिए काम करते थे , तुम उनकी पत्नी हो इसलिए तुम्हारी भी इज्जत करते हैं ,*"!!!
हर्षा भड़क उठती हैं ,*" कोई जरूरत नही है तुम जैसों की इज्जत की अपना इज्जत उठाओ और रफा दफा हो जाओ , ये सब दुष्यंत सिंह ने पाल रखे थे ,मेरे पास तो शेर हैं ,को घर में घुस कर मारेंगे ,*"!!!
महातम सिंह को बहुत गुस्सा आता है वह वहां से निकल जाता है ,उसके साथ उसके लोग भी निकलते हैं, उसी समय उसका पुराना प्रेमी आता है ,हर्षा उसे देख खुश होती है ,**!!!
उसका प्रेमी संतोष कहता है ,*" भागा दिया उन फालतू की भिड़ को ,*"!!!
हर्षा कहती हैं ,*" यार उनके रहते मैं तुम्हारे साथ रह नही सकती थी , उन्हे किसी भी हालत में भगाना ही था , अब दुष्यंत बीस बाइस साल तक बाहर नहीं आएगा , तो मैं अकेले जिंदगी कैसे गुजार सकती थी और इन कमीनो के यहां रहते तो कभी नही ,और वो सब पूरी वफादारी निभा रहे थे,*"!!!
महातम सिंह अपने आदमियों के साथ वही पास ही छुपा खड़ा था ,वह संतोष को बंगले में जाते देखता है , वह समझ गया की उन लोगो को इस तरह बेइज्जत क्यों किया गया , ,!!!
दूसरे दिन सुबह महातम सिंह शहर जाकर सेटिंग कर के दुष्यंत से मिलता है , और उसे सब कुछ बताता है तो दुष्यंत की जान जल जाती है ,!!!
दुष्यंत कहता है ,*" महातम तुम मेरा एक काम करो ,*"!!!
महातम उसकी आंखो में देखता है और कहता है ,*" समझ गया साहब ,उन दोनो को उनके अंजाम तक पहुंचा देंगे , पर बाकी कारोबार का क्या करेंगे , *!!!?
दुष्यंत सोच में पड़ जाता है ,फिर कहता है*" राजेश को बुलाकर दे दो ,वह सब कुछ सम्हाल लेगा *"!!?
महातम चौक कर देखता है ,!!!
दुष्यंत कहता है ,*" और किसी पर भरोसा नहीं कर सकते ,और वैसे भी उसके बारे में हर्षा ही मुझे भड़काती थी जो भी है वो उतना बुरा नही है ,उसने हमेशा मुझे समझाने की कोशिश की थी पर मैं ही बात नही समझ पा रहा था , *"!!!
माहतम कहता है ,*" आप सही कह रहे हैं ,ठीक है पहले इनका काम तो निपटाएं फिर बाकी बाद में बात करेंगे ,!!!!
राजेश हॉस्पिटल में ही पड़ा है , ,!!
धरम कहता है ,*" राजेश तुम्हारे मामा को अब कम से कम बीस साल की सजा तो हो ही जाएगी ,मतलब अब वो सीधे बुढ़ापे में ही बाहर आएंगे ,*"!!!
निकिता कहती है *" पर उसी की मेहरबानी से तो तुम यहां पड़े हो ,*"!!!
राजेश कहता है ** ये तो वो मेरी नागिन मामी की करामात है ,वो मामा को भी ले डूबी !!?
क्रमशः