दुष्यंत की पत्नी हर्षा के पास वह लेटर रात में पहुंच जाता है ,वह उस हवलदार को पैसे दे देती है , वह लेटर पढ़ती है तो गुस्से से उसकी आंखे लाल हो जाती है ,उसके नथुने फूलने लगती है , वह अपने खास आदमी महातम सिंह को बुलाती है ,*"!!
महातम सिंह आकर सर झुका कर खड़ा होता है ,!!
हर्षा उस से कहती है ,*" वह सपोला जहां भी मिले उसे खतम कर दो अब उसी का किया कराया है ,उसे लग रहा है की उसका मामा अंदर चला गया तो वह शेर बनके घूमेंगा , उसे पता नही है की उसके मामा को यह तक पहुंचाने वाली मैं हूं ,*"!!!
महातम कहता है *" मालकिन कुछ दिन थोड़ा शांति रखिए तुरंत कुछ करेंगे तो मालिक पर उसका असर पड़ेगा ,*"!!!
हर्षा कहती है ,*" तुरंत करेंगे तो वह रिएक्शन में जायेगा को लोगो ने अपने नेता पर झूठा इल्जाम लगाए जाने पर गुस्से में रिएक्ट कर दिया ,*"!!!
वह हर्षा को देखता है और जाता है ,*"!!!
निकिता अपने पिता नवीन कुमार के सामने खड़ी है ,नवीन कहते हैं ,*" अब तो खुश हो , तुम भी तो यही चाहती थी ना ,*"!!!
निकिता कहती हैं ,*" पापा ,दुष्यंत बहुत ही खतरनाक है ये आप तो जानते ही हैं वह धरम और राजेश पर अटैक करवा सकता है , प्लीज उनके सेफ्टी के लिए कुछ करिए ,*"!??
नवीन कुमार कहता है ,*" बेटी जब तक उन पर अटैक होता नही है तब तक हम कुछ नहीं कर सकते हैं , हां एक तरीका है , में देखता हूं,*"!!!
नवीन कुमार किसी को फोन लगाते है ,*"!!
कॉलेज के स्टूडेंट्स हाथो में बैनर लिए दुष्यंत के अगेंस्ट आवाज उठाने लगते हैं ,पूरे शहर में हजारों कॉलेज स्टूडेंट्स रैली निकाल देते हैं , दुष्यंत के कॉलेज में हुए तीन लड़कियों की हत्या को लेकर सभी रोष में हैं ,मीडिया पूरे मैटर को कवर करते हुए बढ़ा चढ़ाकर बता रही है ,*"!!!
स्टूडेंट्स के बवाल से पूरा मैटर ही बदल गया था सी एम को खुद आकर कहना पड़ा की इसकी जांच सी बी आई करेगी *"!!!
स्टूडेंट्स तुरंत एक्शन लेने के नाम पर अड़ गए थे , कुछ स्टूडेंट दुष्यंत के घर और कॉलेज में तोड़ फोड़ चालू कर देते हैं , कुछ को हर्षा के रहने वाली जगह का पता चल जाता है ,तो वहा भी लोग हंगामा शुरू कर देते हैं , वह जिस सोसाइटी में थी वहा भी सभी बड़े लोग ही रहते हैं , ,!!!
उनमें से कुछ आई ए एस ऑफिसर भी थे वह तुरंत सी एम से बात करते हैं ,और सोसाइटी वालो को कहते हैं की ऐसे अपराधी परिवार के लोगो का फ्लैट वापस लिया जाए उनका पैसा उन्हे हम देंगे , *"!!
हर्षा इस नए मुसीबत के लिए तैयार नहीं थी , शाम होते होते माहौल और भी खराब होता है , कहा राजेश को मरवाना चाहती थी अब खुद के मुंह छुपने का वक्त आ गया था ,*"!!!
उसी में एक पुराने रिपोर्टर ने हर्षा का भी एक केस हाई लाइट कर दिया जिसमे एक पुलिस रेड में हर्षा खुद किसी आदमी के साथ रंग रेलिया मनाती पकड़ी गई थी , जिस केस को हर्षा के बाप ने पैसे और ताकत के दम पर बंद करवा दिया था ,!!
अब तो पूरे परिवार की थू थू होने लगी , कहते हैं ना जब बुरा समय आता है तो चारो ओर से आता है , हर्षा के पिता खुद बड़े भू माफिया डॉन थे इसी वजह से वह बहुत उछलती थी वैसे शुरू से उसका कैरेक्टर अच्छा नही था पर दुष्यंत से शादी के बाद से कुछ सुधार था पर बीच बीच में पुराने प्रेमी याद आ जाते थे , *"!!
आज दुष्यंत जो भी था उसके पिता के बदौलत ही था , वास्तविक बात तो यह थी की हर्षा के कैरेक्टर को जानने के बाद भी उसने शादी के लिए हां कही थी ,क्योंकि उसे भी बड़ा आदमी बनना था , और बना भी , *"!!!
हर्षा समझ नही पा रही थी की यह कॉलेज के लड़के कहां से उठ खड़े हुए फिर उसे याद आता है की उसके कॉलेज का स्टूडेंट प्रेसिडेंट तो राजेश ही था ,पर दूसरे कॉलेज के लड़के कैसे इन्वॉल्व हुए , पता करने पर उसकी त्योरी चढ़ गई ,!!!!
ये सारी कारस्तानी राजेश कि ही की हुई थी उसी ने सभी कॉलेज के प्रेसिडेंट को कॉल करके ये सेटअप किया था ,पर अभी वह तो फिलहाल खुद को और दुष्यंत को बचाने के चक्कर में पड़ गई थी , *"!!!
हर्षा के कुछ और नए केसेज भी खुल जाते हैं ,जैसे जैसे उनका डर कम होता जा रहा था सभी दबे दबाए लोग सर उठा रहे थे , कुछ को तो राजेश ने खोज निकाला था क्योंकि उसके पास बहुत सारी खबर उसके पास थी ,!!!!
वैसे उसने अपने मामा का एक बड़ा पेमेंट भी अपने पास छुपा कर रखा था जिसका उन्हे याद भी नहीं था ,वह था एक कॉलेज के ड्रग्स का प्यार साल का हिसाब जो करोड़ों में था और राजेश ने पहले से ऐसी गफलत पैदा कर दिया था की दुष्यंत या हर्षा का उस तरफ ध्यान ही नही गया , *"!!!
क्रमशः