भाग 20
दूसरे दिन सुबह सुबह एस पी सतीश धर सादे वेश में धरम के घर बैठे हैं ,राजेश उसे अपने मामा के सारे कच्चे चिट्ठे खोलता है , वह बताता है कि उसके मामा का ड्रग्स का कारोबार कहां कहां और कैसे चला रहे हैं , वह कॉलेज में भी ड्रग्स कौन कौन देता है ,और कैसे आता है ,सब बता देता है , !!!
सतीश के लिए यह बहुत खुफिया और विशेष जानकारी थी , धरम ने उसे रात में ही कॉल किया था , और कहा था की हम सुबह आते हैं ,तो सतीश ने माना किया था क्योंकि अगर ये लोग थाने आते तो उनके मामा को पता चल जाता की इन्ही लोगो ने कंप्लेंट किया है तो इनके लिए बहुत भारी पड़ता पर अब उसे सब कुछ पता चल गया है तो इस तरीके से वार करेगा की साप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे, *"!!!
वह दोनो को धन्यवाद दे कर जाने वाला होता है तभी विद्या चाय लेकर आती है ,मदन जी भी आ जाते हैं ,बातो बातो में पता चलता है की सतीश तो उनके रिलेशन में हैं , दरअसल सतीश मदन शर्मा के बुआ के लड़के का लड़का है ,ये रिश्तेदारियां अब उतनी नजदीकी नही रही ,पर पहले मदन अपने बुआ सावित्री के यहां अक्सर जाते रहे हैं , सतीश को बहुत खुशी होती है की अनजाने में ही सही उसने अपने भाई को ही बचाया था , उसे भी उस वक्त समझ नही आ रहा था कि वह उसे इतना सपोर्ट क्यों करना चाह रहा था ,पर रिश्ते दुर्वके हो या नजदीक के खीचाव तो होता ही है ,कभी कभी कोई ऐसा मिल जाता है जिसे देख लगता है कि वह बहुत नजदीक का है ,तो वह सब इसी वजह से होता है,!!!
घर आने का एक फायदा तो हुआ की एक पुराना रिश्ता जीवंत हो गया ,वह अपने पिता से मदन की बात करवाता है तो दोनो ही बात करके बहुत खुश होते हैं क्योंकि दोनो ही बचपन में साथ खेला करते थे ,और अक्सर एक दूसरे के घर भी आना जाना था, *"!!!
सतीश मां और बाबूजी के पैर छूकर आशीर्वाद लेता है और धरम को गले लगा कर आशीर्वाद देता है ,और कहता है आज ही तुम लॉयर से मिलकर कॉलेज पर मान हानि और रिस्टिकेशन का केस फाइल करो , *"!!!
रितिका धरम और राजेश एक बड़े वकील के यहां बैठे हैं ,यह वकील दुष्यंत से खार खाए हुए बैठे थे वह तो मौके की तलाश में ही थे की कोई केस मिले और वह उनकी धज्जियां उड़ाएं ,*"!!
वह धरम का केस में लड़ने की बात करते हैं ,इसके पास राजेश ही लेकर आया था क्योंकि उसके सामने ही उसके मामा ने इसे कई थप्पड़ मारे थे और तब उसने कहा भी था मैं इस थप्पड़ का बदला लूंगा ,राजेश जानता था कि उसे कोई केस माना के अगेंस्ट मिला तो वह पूरी ताकत लगा देगा और अभी अभी वह बार काउंसिल का अध्यक्ष चुना गया था,!!!
रितिका कहती है ,*" अब इस दुष्यंत का काउंट डाउन शुरू हो गया है ,अब इसका साम्राज्य उखड़ कर ही रुकना है, मैं भी कॉलेज के स्टूडेंट्स को समझाती हूं, *"!!!
धरम कहता है ,*" तुम कोई बेवकूफी वाला कदम नहीं उठाओ तुम्हारे एक जिद्द की वजह से मैं इस हाल में पहुंचा हूं ,तुम चुप चाप कॉलेज के एक्टिविटीज की खबर देते रहो ,*"!!
राजेश भी यही बात निकिता से कहता है ,*"!!!!
सतीश अपने सरकारी गाड़ी में न जाकर सादे ड्रेस में एक सोसाइटी में फ्लैट नंबर 108 में जाता है , वहां पर वह डोर बेल बजाता है तो अंदर से डोर विंडो खोल कर एक लड़का पूछता है *" क्या काम है , कौन चाहिए ,*"!!
सतीश कहता है *" मामा का पिटारा ,*"!!
वह लड़का उसे देखता है ,और पूछता है ,*" काला या पिला ,*"!!
सतीश कहता है *" सफेद दे दो तो मजा आ जायेगा ,*"!!!
वह लड़का सोचता है और दरवाजा खोलता है ,सतीश अकेले अंदर जाता है ,अंदर करीब छह लड़के लड़कियां नशे में धुत अस्त व्यस्त पड़े थे , सामने टेबल पर दो पिस्टल भी रखे थे , वह चारो ओर देखता है तो लोग अंदर ड्रग्स ले रहे थे ,यह एक 2 B H K फ्लैट था ,अंदर बैठे लडको के पास भी पिस्टल था , वह लड़का कहता है , *" इधर मरने का है ,या बाहर लेके जाना है ,""!!!
सतीश बोलता है ,*" यार बाहर किधर मरेगा दो शॉट यही लगा लेता हूं ,*" !!!
वह लड़का कहता है ,*" एक शॉट का 3 हजार होगा *"!!
दरवाजे के बाहर सतीश के लोग मौजूद थे ,वह 3 हजार देता है तो वह अंदर जाता है तभी सतीश दरवाजा खोल देता है तो उसके साथी आकर बाहर पूरा कवर कर लेते हैं , वह लड़का आते हुए पूछता है*"वैसे तुमको इधर का अड्डा किसने बताया ,*"!!!
सतीश उसका कॉलर पकड़ कर कहता है *" तेरे बाप ने ,कितना माल है यहां *"!!!
सतीश अपना गन निकाल कर उसके मुंह में ठूंस देता है , बाकी पुलिस वाले अंदर जाकर उन दोनो गुण्डो को पकड़ कर उनके पिस्टल अपने अंडर में लेते हैं *"!!!
क्रमशः