भाग 27
नए माहौल से तीनो लड़कियों के मां बाप भी अब खुलकर सामने आ गए थे , वह तीनो परिवार अब फिर से इंक्वायरी का लेटर दे देते हैं ,!!!!
सतीश दुष्यंत को कोर्ट में पेश करता है , और फिर से रिमांड लेने में कामयाब हो जाता है , दुष्यंत के वकील और हर्षा बहुत कोशिश करते हैं पर हालत को देखते हुए वैसे भी उसे जमानत देने का तो सवाल ही नही था , उस पर दुष्यंत पर नए कई केस और खुल जाने की वजह से भी उसके लिए और भी समस्या खड़ी हो गई थी, !!!!
दुष्यंत को मात्र दो मिनिट के लिए हर्षा से मिलने दिया गया ,उतने में उसने सिर्फ इतना कहा की *" तुम अभी यहां से दूर जाओ , मामला शांत होने पर देखते हैं ,अभी उस सपोले को छूना मत वरना मैं कभी बाहर नही आ पाऊंगा , *"!!!
दुष्यंत पहले से ही क्रिमिनल माइंड का ही था , उसने अपनी लाइफ में अब तक करीब तीस मर्डर किए थे , उसमे भी एक तो उसने सरेआम सड़क पर किया था , पर गवाह न मिलने की वजह से वह छूट गया था , हमारे कानून में गवाही का बहुत महत्व हैं ,अगर आप के खिलाफ गवाह नही है तो फिर आपको अधिक सजा नही हो सकती है , !!!
दुष्यंत को भरोसा नहीं हो रहा था जब पता चला की पूरा शहर ही उसके खिलाफ उठ खड़ा हुआ है , और यह सब किया धरा था धरम ,निकिता ,और राजेश के साथ साथ उस वकील का भी जिसने धरम का केस फाइल किया था , उसे कई केस पता थे उन सभी को उसने जीवित करवा दिया था ,"!!!!
दुष्यंत हवलदार से कहता है *" तुम्हारा ये साहब कैसे सेट होंगे ,*"!!
हवलदार कहता है *" साहब जब से आए हैं हमारा खाना पीना भी बंद हो गया है , अभी नया नया जोश है , कभी अटके तो समझ में आएगा ,*"!!!
धरम और निकिता एक रेस्टोरेंट में बैठे है ,वह किसी का वेट कर रहे हैं ,!!!!
निकिता कहती है ,*" एक छोटी सी गलती आज दुष्यंत को कितना भारी पड़ रहा है , उसने बहुत गलत आदमी से पंगा ले लिया ,तुम्हारे एक थप्पड़ ने उसकी तो पूरी जिंदगी बरबाद कर दिया, *"!!!
धरम ने कहा *" उसके भी एक हरकत ने मेरी भी तो लाइफ बिगाड़ दी ,अब मेरे पास तो लोगो से वसूली के काम आने लगे हैं ,पता नहीं किस ओर से मैं उन्हे गुंडा दिखाई देने लगा हूं , अपने बचाव के लिए मैने कुछ लोगो की पिटाई क्या कर दिया सब ने मुझे भी गुंडा समझ लिया ,मेरे यहां तो दुकान वाले मुझसे पैसे ही नही लेते हैं, मैने वहां से समान लेना बंद कर दिया,*"!!!!
रितिका कहती हैं ,*" तुम्हारे चक्कर में में भी तो परेशान हो गई हूं ,*"!!!.
धरम चौक कर कहता है , *" मेरे चक्कर में ,उल्टा चोर कोतवाल को डांटे ,तुम्हारे चक्कर में ही आज ये पूरा शहर जल रहा है , ना तुम जबरदस्ती मुझे स्टूडेंट चुनाव में खड़ा करती और ना ही आज यह सब होता ,*"!!!!
रितिका कहती है ,*" देखो धरम मैं तुमसे प्यार करती हूं ,और तुम्हारे साथ जिंदगी बिताना चाहती हूं ,*"!!!
धरम अचानक उसके इस धमाके से चौक उठता है ,तो वह कहती है ,*" इतना रिएक्ट करने की जरूरत नहीं है ,जो सही बात है वह बोल रही हूं तुम्हे तो शायद प्यार व्यार से मतलब ही नहीं है ,तो मुझे ही बोलना पड़ेगा ,*"!!!!
धरम उसे देखता है , और कहताहै ,*" क्या फायदा बोलकर , तुम्हारे डैड विलेन बन जायेंगे ,वो बोलेंगे तुम्हारी हैसियत क्या है मेरे सामने तो फिर मेरी फिर से खसक जाएगी ,*"!!!
निकिता कहती है ,*" मेरे डैड मेरा हेडेक हैं , तुमको उनके सामने खड़े होने की जरूरत नहीं पड़ेगी ,और वैसे भी मैं इकलौती बेटी हूं ,उनको मेरी बात माननी ही पड़ेगी और बाय द वे तुम्हे शायद अपने बारे में अंदाजा नही है तुम भी शहर की सेलिब्रेटी बन चुके हो शहर का बच्चा बच्चा जानता है तुम्हे ,*"!!!
धरम उसको देख पूछता है ,*" क्या बात कर रही हो मैं तो घर और और इस बस्ती से बाहर भी नही जाता हूं , *"!!!
निकिता कहती है ,*" इसीलिए तो कहती हूं बाहर भी निकला करो तुम्हे डर था की तुम्हारी इमेज बुरा आदमी की बन जायेगी पर नही तुम्हारी इमेज बहुत अच्छी बन कर सामने आई है , *"!!!
उसी समय राजेश के साथ दो लड़के आते हैं , दोनो लड़के धरम और निकिता को हाथ हिलाकर हेलो बोलते हैं ,*"!!
एक लड़का जिसका नाम सिद्धार्थ है वह कहता है ,*" धरम भाई हम चाहते है की इस बार पूरे शहर के कॉलेजों के प्रेसिडेंट का चुनाव आप लड़ो और हम सब आपका सपोर्ट करेंगे ,*"!!!
धरम कहता है *" अरे नही भाई एक चुनाव के चक्कर में तो ये हालत हुई है , और अब दूसरा लडूंगा तो पता नही क्या होगा ,*"!!?
सिद्धार्थ कहता है , *" अरे नही भाई तुम टेंशन मत लो आपके सामने तो शायद कोई खड़ा भी नहीं होगा ,*"!!!
धरम कहता है ,*" पर मैं तो किसी भी कॉलेज का स्टूडेंट नही हूं ,*"!!!
निकिता कहती है ,*" कल ही तुम्हारा एडमिशन हो जायेगा , कोई भी कॉलेज तुम्हे बुलाकर एडमिशन दे देगा ,*"!!!
धरम को अपने बारे में ही कुछ पता नही था उसे बड़ा आश्चर्य होता है ,*"!!!
क्रमशः