भाग 18
राजेश अपने घर में बैठा है ,उसके मामा के लोग आते हैं और कहते हैं "" राजेश बाबू ये घर खाली कर दीजिए , इसमें हमारे पार्टी के लोग रहेंगे, !!!
सभी राजेश का सामान उठा कर बाहर फेकने लगते हैं , !!!!
राजेश उनसे कहता है *" राजू भैया आप भी ऐसा व्यवहार कर रहे हैं , कम से कम आपसे ये उम्मीद नहीं थी,*"!!!
राजू कहता है ,*" देख जब तक तु साहब का भांजा था तब तक तु हमारा भाई था ,अब उनसे रिश्ता खत्म हुआ तो समझ हमसे भी खतम ,हम उनके नौकर हैं तेरे नही ,*"!!!!
राजेश चुप चाप अपने टूटने वाले समान को सम्हाल कर निकालता है और बाहर रखताb है , अब शाम हो चुकी थीं और वह समझ नही पा रहा था कि वह कहां जाए अब तक तो वह बड़े शान से रह रहा था , और पता नही कितने चेले चपाड़े थे उसके ,!!!!
वह अपने खास चेले बंटी को फोन करता है वह फोन उठाता है तो राजेश उस से कहता है*" यार मेरा मामा से झगड़ा हो गया है , उन्होंने मेरे से घर भी खाली करवा लिया है ,समझ नहीं आ रहा है कि इस समय कहां जाऊं ,क्या करूं**,!!??
बंटी तुरंत कहता ,*" अरे यार मैं अभी एक घंटा पहले ही गांव के लिए निकल गया हूं, दो दिन बाद आऊंगा तभी कुछ कर पाऊंगा ,*"!!!!!
राजेश कई दोस्तो को कॉल करता है और अपनी प्रोब्लम बताता है तो सभी कोई न कोई बहाना बनाकर टाल देते हैं, !!!
सतीश धीर लतीफ की पिटाई करता है , तो वह बाल देता है की*" उसे दुष्यंत ने धरम को मारने के लिए कहा था ,मैने धरम को हल्के में लिया था ,और उसी का अंजाम है। कि मैं यहां हूं,*"!!!
दुष्यंत का फोन पुलिस स्टेशन में आता है ,हवलदार सतीश से आकर बताता है तो वह कहता है *" उसको मेरा नंबर दे कर उसपे काल करने को बोलो,*"!!!
दो मिनट में दुष्यंत का फोन उसके मोबाइल पर आता है,वह उठाता है तो वह कहता है ,*" नमस्कार एसीपी साहब दुष्यंत सिंह बोल रहा हूं,*"!!!
सतीश पूछता है *" कौन दुष्यंत सिंह ,कहां से बोल रहे हैं ,*"!!!
वह स्पीकर ऑन करता है ,!!!
दुष्यंत को गुस्सा बहुत आता है ,क्योंकि इस शहर का बच्चा बच्चा जनता है उसको और ये नया ऑफिसर जान बूझकर उसकी बेइज्जती कर रहा है ,वह कहता है *" इस शहर का एक छोटा सा आदमी हूं ,गलती से मिनिस्टर भी हूं और दो चार कॉलेज भी हैं मेरे यहां पर ,अब पहचाने या फिर वहां आकर आपसे पहचान कर लूं ,आप नए अधिकारी हैं तो शायद नही जानते होंगे ,*"!???
सतीश कहता है ,*" अच्छा अच्छा मिनिस्टर साहब बोल रहे हैं ,क्षमा चाहता हूं सर वो मुझे लगा कोई अपराधी वैगेरह है ,*"!!!
दुष्यंत खून के घूंट पी कर रह जाता है ,उसे पता था की इसने ही धर्म को बचाया वरना तो वह छह महीने से पहले बाहर ही नहीं आता ,पर कहते हैं ना नेता कभी भी पलटी मारते हैं ,*"!!
दुष्यंत कहता है ,*" सही कहा आपने ,आपका अपराधी हूं जो आपसे अब तक मिल नही सका, खैर मैं जल्दी ही मिलने आऊंगा , *"!!!
सतीश कहता है *" आपका स्वागत है ,मुझे बहुत खुशी होगी आपसे मिलकर ,और कुछ काम था आपको मुझसे या फिर ऐसे ही फोन किया आपने ,*"!!?
दुष्यंत कहता है *" अरे हां याद आया ,अपने किसी अपराधी को गिरफ्तार किया है ,वो क्या नाम है उसका हुं हुं हां लतीफ ,*"!!!
सतीश लतीफ को देखता है ,लतीफ भी खुश होता है की नेता जी का फोन आ गया अब वो छूट जायेगा , *"!!!
सतीश कहता है *" हां वो एक लड़के से मार पिट कर रहा था ,तो पकड़ कर पुलिस ले आई , बेचारा लड़के से बहुत मार खाया है ,क्या करना है ,*"!!!
दुष्यंत कहता है *" कमीना एक नंबर के हरामी हैं ,उसका काम ही यही है ,बचने के लिए मेरा नाम जरूर लेगा पर मेरा उस से कोई लेना देना नहीं है ,आप तो समझ ही सकते हैं ,कोई दरवाजे से गुजर भी जाता है तो खुद को मेरा रिश्तेदार ही बता देता है ,बल्कि कहता हूं ऐसे को लोगो को पहले जन के ठोकिए फिर आठ दस महीने के लिए अंदर डाल दीजिए कोई भी कालम लगा कर, *"!!!
सतीश कहता है*" आप कहें तो drug केस में लंबा डाल दूं ,तीन चार साल अंदर पड़ा रहेगा ,*"!!!
दुष्यंत कहता है *" जो भी करना है ,कर दीजिए ऐसे लोग शहर के लिए नासूर बने हुए हैं , में आपसे जल्दी ही आ कर मिलता हूं ,*"!!! वह फोन काटता है ,!!!
सतीश लतीफ को देख कहता है *" देखा अपने बाप की हालत ,उसी के लिए गया था ना उसे मारने , उस लड़के की एक तो जिंदगी बरबाद कर दी और ऊपर से उसे अब मरवाना भी चाहता है ,ये नेता किसी के नही होते हैं, *"!!!
राजेश अपना सामान एक पहचान के दुकान वाले के गोदाम में रखवाता है ,और जैसे ही बाहर आता है तो ,सामने ही बंटी खड़ा मिल जाता है ,*"!!!
क्रमशः