भाग 32
महातम सिंह कहता है ,*" तुम्हारे मामा का आदेश ही तो पूरा करने आया हूं ,*"!
यह सुनते ही तीनो चौकते हैं,और अलर्ट होते हैं ,महातम उनकी भावनाओं को समझ जाता है ,!!!
महातम कहता है ,*" अरे नही तुम लोग को सोच रहे हो ऐसा कुछ नही है ,टेंशन मत लो अगर इसे मारने आया होता तो ,इस तरह से आराम से नही आता ,*"!!
राजेश कहता है ,*" मैने देखा है ,आपको आराम से काम करते हुए, भूल गए दो साल पहले की घटना , वो ऑफिसर जो मामा को धमकी दे रहा था , आप ने उसे प्यार से मिलने बुलाया ,आप उस से बात करते करते उसकी गर्दन पर ब्लेड चलाया था और गर्दन काट कर ऐसे गए थे जैसे कुछ हुआ ही नहीं ,,*"!!!
महातम हंसता हैं ,और कहता है *" याद आया तुम भी तो दूर खड़े थे आदमियों के साथ देखने के लिए ,की कही कुछ गड़बड़ हो तो सम्हाल लो ,*"!!!
राजेश कहता है ,*" अब सच बताइए की आप यहां क्या करने आए हैं, मामा ने प्यार करने तो नही भेजा होगा ,*"!!!
महातम मुस्कराकर कहता है ,*" बहुत गलत सोच है तुम्हारी मामा के बारे में ,साहब राजा आदमी है ,वो तो उस हरामी औरत की वजह से गलत हो गए थे थोड़ा ,खैर गलत तो गलत ही होता है ,चाहे थोड़ा हो या अधिक ,*"!!!
धरम कहता है ,*" अंकल आप सीआईडी के एपिसोड की तरह लंबा खींचते जा रहे हैं ,जो बात है जल्दी बताइए ना प्लीज इतना सस्पेंस क्यों क्रिएट कर रहे हों ,*"!!
महातम कहता है ,*" जो भी हुआ और हो रहा है इसके जिम्मेदार तो तुम ही हो ,तुम्हे मारने का फरमान तो कई बार निकला तुम्हारा नसीब अच्छा था की मुझे नही बोला गया था ,*"!!!
निकिता कहती है ,*" बहुत लोगो ने कोशिश कर लिया तुम भी कर लो एक बार ,*"!!!
महातम कहता है ,*" औरतों के पास दिमाग सच में नही होता है ,इन्हे बीच में बोलने का बहुत शौक होता है ,कोई बात नही अब तो जो हो गया वो हो गया ,अब न तुम हमारे दुश्मन हो और ना ही दोस्त मेरा तो जो भी लेना देना है ,भांजे से है क्यों भांजे सही कह रहा हूं,*"!!!
राजेश उसकी ओर देखता है ,!!!
महातम राजेश और धरम को मुस्कराकर देख कहता है *" चलो अब मुद्दे की बात कर ही ली जाए ,देखो भाई राजेश अब तुम हॉस्पिटल से सीधे बंगले पर रहने आओगे ,*"!!
तीनो चौक कर देखते हैं ,*"!!!
वह कहता है ,*" ऐसे चौक क्यों रहे हो तुम्हारे कांस ने पूरा कारोबार और प्रॉपर्टी सब कुछ तुम्हे दे दिया है ,अब सभी के मालिक तुम हो ,*"!!!
राजेश का मुंह हैरत से खुला रह जाता है ,!!!
महातम कहता है *" मुझे पता था की तुम्हे विश्वास नहीं होगा , वह प्लास्टिक के थैली से दुष्यंत का पेपर देता है जिसमे सभी कुछ का मालिक और पावर ऑफ अटेरनी राजेश के नाम हो गया था ,,*"!!
राजेश को लगता है जैसे वह सपना देख रहा था ,जो मामा अब तक कंस मामा था वह अचानक सच्चा मामा बन गया था एक बुरा आदमी अच्छा बन गया था ,वह महातम का हाथ पकड़ कर रोने लगता है ,!!
थोड़ा रिलेक्स होने के बाद वह कहता है , *" महातम मामा पर मैं अकेले वहां नहीं रहूंगा मेरे साथ धरम भी रहेगा ,और मै ये डोनंबर के सारे कारोबार को बंद कर दूंगा ,पर आप मेरे साथ हमेशा रहेंगे ,*"!!!
महातम उसके सर पर हाथ फेरते हुए कहता है ,*" तुम्हारा घर है तुम जिसे चाहे साथ रख सकते हो ,और जो धंधा तुम्हे नही पसंद है वो बंद कर दो ,में तो तुम्हारे साथ हूं ,*"!!!
वह राजेश को पेपर देता है ,राजेश कहता है *" आप अपने पास ही रखिए ,*"!!!
महातम कहता है ,*" नही ये तुम्हारी अमानत है अपने पास ही रखो,*"!!!
राजेश पेपर धरम को देता है ,!!!
महातम उठता है और कहता है *" में बंगले पर वैट करूंगा तुम कॉल कर देना गाड़ी आ जायेगी लेने ,*"!!!
वह जाता है ,राजेश धरम को देखता है ,और कहता है ,*" भाई अब तो अपने ही कॉलेज में पढ़ना होगा , दो दिन के बाद हम लोग बंगले में शिफ्ट हो जायेंगे , मां बाबूजी को मैं समझा लूंगा ,!!!
निकिता कहती है ,*" बधाई हो राजेश अब तो तुम बहुत बड़े आदमी बन गए ,*"!!!
राजेश कहता है ,*" सिर्फ में नही धरम भी मेरे साथ है ,और मुझे लगता है की अब तुम्हारे डैड को भी धरम के साथ तुम्हारे रिश्ते के लिए एतराज नहीं होगा ,**!!!
निकिता कहती है *" वो तो उन्हे मानना ही होगा ,वरना हम कोर्ट में शादी कर लेंगे पर पहले धरम और मेरी स्टडी तो पूरी हो जाए , उसके बाद जो करना है करेंगे ,!!!
दो दिन बाद राजेश डिस्चार्ज हो कर घर पहुंचता है , वह सतीश को उन सभी ड्रग सप्लायर का पता दे दिया था जो कॉलेज और यूनिवर्सिटी में सप्लाई करते थे , !!!
राजेश जेल में मामा से मिलने जाता है ,दुष्यंत उसे गले लगाते हुए रोता है , राजेश की आंखे नम होती हैं , !!!
धरम भी साथ था दुष्यंत उस से माफी मांगता है और कहता है *" मुझे माफ करो मेरी वजह से तुम्हारा करियर खराब हुआ ,राजेश कॉलेज की बागडोर इसे दे दे ,*"!!!
राजेश कहता है ,*" ये कॉलेज ही क्यों बाकी काम भी सम्हालेगा , ये भी अब आपका भांजा ही है , *"!!
दुष्यंत धरम की पीठ ठोकता है , राजेश और धरम दुष्यंत के पैर छूकर निकलते हैं,*"!!!
दुष्यंत उन्हे जाते हुए देखते हैं और उसकी आंखो में फिर से आंसु आते है ,वह सोचता है अपने ही अपने होते है , जिस पत्नी के लिए सब कुछ किया उसने विश्वासघात किया ,और इसका तो मैने पूरा बरबाद कर दिया ,तब भी मेरे साथ है ,!!!
राजेश की मां को भी धरम जा कर ले आया और वह सब साथ रहने लगे ,*"!!!