भाग 13
धरम प्रिंसिपल से जब पूछता है , कि उसने ऐसा क्यों किया तभी ,दुष्यंत सिंह अंदर आते हुए कहते हैं ,"* उनकी कोई गलती नही है ,वह तो हमारे गुलाम हैं , इनकी क्या औकात है , कि ये अपनी मर्जी से एक कलम चला सके ,*"! धरम उसकी तरफ आश्चर्य से देखता है, दुष्यंत सिंह कहता है ,*" पिछले साल मैने हो तुझे बेस्ट स्टूडेंट का अवार्ड दिया था और तेरी आधी फीस माफ किया था ,पर तुझे ये इलेक्शन विलेक्शन लड़ने का झटका कहां से लग गया ,इस बार तो उस नए ऑफिसर ने अपनी जिद्द पर तुझे बचा लिया आइंदा मेरे रास्ते पर आया तो इस दुनिया में नही रहेगा , *"! धरम कहता है ,*" उस वक्त तो मैं लोगो के कहने पर इलेक्शन लड़ा था अबकी बार मैं अपनी मर्जी से लडूंगा और अब तु मुझे रोक के दिखा,तो जानु ,*"! दुष्यंत हंसता हैऔर कहता है *" बच्चा है तु दूध पीता बच्चा, अब तू किसी कॉलेज में पढ़ने लायक ही नहीं रहेगा तो इलेक्शन कैसे लड़ेगा ,( प्रिंसिपल से ) इसको कॉलेज से रस्टिकेट कर दो विथ रिमार्क ऑफ़ लूज कैरेक्टर ,और व्यवहार नहीं अच्छा होने का भी डाल दो , में देखता हूं इसे कौनसा कॉलेज एडमिशन देता है, *"! प्रिंसिपल कहते है *" दुष्यंत जी इसने ऐसी कोई गलती नही कि है,जिसके लिए इतना बड़ा स्टेप लिया जाए ,*"! दुष्यंत गुस्से से उसे देख कर कहता है"* अपना भी सस्पेंशन टाइप करवा लीजिए, इसके साथ आप भी घूमिए,*"! धरम को गुस्सा आता है वह उसे दो थप्पड़ जमा कर देता है, तो वह भौचक्का रह जाता है ,धरम कहता है,*" हरामजदे में तुझे इस दुनियां से उठा दूंगा , तु भगवान नही है ,मेरी किस्मत मुझे जहां भी ले जाए मैं जाऊंगा पर तेरी किस्मत अब मैं लिखूंगा, जा जाकर बोल बाहर की मैने तुझे थप्पड़ मारा एक नही दो दो, अब ये थप्पड़ तुझे रोज पड़ेंगे ,तूने मेरा भोलापन देखा है न अब मेरा रुद्रावतार भी देख लेना ,और तू अब मुझ जैसे छोटे आदमी से भी टकरा के देख ले ,*"! धरम प्रिंसिपल को देख कर कहता है *" सर इनकी भड़वा गिरि छोड़िए जाकर कोई ढंग का काम करिए ,*"! वह वहां से निकलता है ,तभी सामने से निकिता आती है , वह धरम को देख कहती हैं *" धरम *"!! धरम उसकी तरफ देखता भी नही ,और आगे बढ़ता है ,निकिता उसके पीछे पीछे जाती है ,!!
निकिता धरम का रास्ता रोक कर खड़ी होती हैं तो वह कहता है *" कुछ बचा है ,बोलने के लिए,,*"!? वह उस से कहती है,*" धरम मैं तो तुम्हारे पीछे पीछे ही आ रही थी फिर मैने अपने पापा से बात किया तुम्हे छुड़ाने के लिए ,*"! फिर वह सारे घटना क्रम को बताती हैं, धरम सब सुनता है , और बिना कुछ बोले चल देता है ,तो निकिता फिर से उसे रोक कर कहती है,*" धरम आई 💕 लव यू ,प्लीज मुझे समझने की कोशिश करो ,तुम अभी गुस्से में हो ,जब गुस्सा शांत हो तब सोचना कि मैं कहां गलत हूं मैं तुम्हारा इंतजार करूंगी मरते दम तक, *"! उसकी आंखो में आंसु आते है उसे अपने पापा पर भी गुस्सा आता है, पर वह क्या कर सकती थी, हमारे देश में लड़कियों के साथ यही त्रासदी है , कि वह हमेशा परिवार से जुड़कर रहना चाहती हैं , और जो परिवार से अलग हुई उन्हे लोग पता नही क्या क्या नाम देते हैं ,!!उसी समय दुष्यंत भी गुस्से से बाहर आता है ,उसके गाल पर थप्पड़ के निशान साफ दिखाई दे रहे थे, निकिता समझ गई कि मामला बहुत ही भयंकर है ,यह थप्पड़ धरम के अलावा कोई और मार ही नही सकता था , दुष्यंत अपने गाल पर हाथ फेरता है तो उसे पता चलता है, कि उसके गाल पर निशान पद गए हैं ,वह रुमाल निकाल कर मुंह ढकता है ,तभी उसका बॉडी गार्ड भाग कर आता है ,उसकी गाड़ी भी आ जाती है ,उसने अपने हेकड़ी में सभी को बाहर खड़ा कर दिया था तो अच्छा ही हुआ ,वरना तो सबके सामने ही बेइज्जती हो जाती ,वह भी जाता है, तभी राजेश भागता हुआ कहीं से आता है और उनको जाता हुआ देखता है फिर निकिता को देख कहता है ,* क्या हाल है मिस यूनिवर्सिटी ,तुम्हारा आशिक नही नही तुम्हारा बॉयफ्रेंड जिसके पीछे तुम पागल हो और वह तुम्हे घास ही नही डालता है ,बड़े गुस्से में जा रहा था ,लगता है मामा जी ने उसकी ले डाली, *"! निकिता उसे हिकारत भरी नजरों से देखती हैं और कहती हैं ,*" मामा ने नही उसने तेरे मामा को से डाली ,गाल पर छापा हुआ निशान शाम तक रहेगा जाकर देख लेना ,*"! वह भी जाति है , राजेश उसकी मस्त हिरनी जैसी चाल देखते रह जाता है , और मन ही मन कहता है ,*" तुझे तो मैं अपने दिल की रानी बना कर रहूंगा मेरी जान चाहे उसके लिए कुछ भी करना पड़े ,इस धरम के टुकड़े करने पड़े ,वह मुस्कराकर देखता है ,निकिता गाड़ी स्टार्ट करके जाती है,!!
क्रमशः