भाग 16
सुबह सूर्योदय के साथ असमान में पूरी तरह से लालिमा छाई हुई थी, पंछी अपने अपने घोषलो से बाहर निकल कर भोजन की तलाश में निकल चुके थे,यही हाल मनुष्यों का भी था, सभी अपने अपने नित्यकर्मों से फारिग होकर अपने अपने काम पर जाने की तैयारी में लगे थे ,!!!
मदन जी भी स्कूल जाने की तैयारी कर रहे थे , तभी निकिता की कार उनके दरवाजे पर आकर रुकती है और निकिता उसमे से निकल कर घर में आकर पूछती है ,*" धरम का घर यही है*" !!
मदन और विद्या दोनो ही चौक कर देखते हैं कि इतनी सुंदर लड़की इतने सुबह धरम को क्यों पूछ रही है, विद्या कहती है *" हां यही है, तुम कौन हो क्या काम है धरम से ,*"??
वह कहती हैं ** आप धरम की मां और आप शायद फादर हैं ,*"!!
मदन कहते हैं *"" शायद नही मैं ही उसका फादर हूं, बताओ क्या काम है ,मुझे देर हो रही है स्कूल जाना है और धरम सो रहा है,"*!!
वह चौक कर कहती है *" वह तो जल्दी उठता है आज इतनी देर तक सो रहा है, बाय दी वे ,, मैं उसके क्लास में ही थी ,*"!! विद्या कहती है *" तुम निकिता हो ,उसकी फ्रेंड,*"! मदन विद्या को देखता है , कि इसे कैसे पता की ये निकिता हो सकती है, !!?
विद्या कहती है ,*" धरम दो तीन बार इसके बारे में मुझसे जिक्र किया था,इसलिए पता हैं,बैठ बेटी उसे जगाती हूं,*"!!
निकिता दोनो के पैर छूती हैं,और कहती है *" नही उसे सोने दीजिए मैं तब तक अंकल को स्कूल छोड़ कर आती हूं इन्हे देर हो रही है, *"!!
मदन मना कर जाने लगते हैं ,तो वह जबरन उन्हे लेकर जाती है, और कार में बिठाकर जाती है ,विद्या मुस्कराते हुए देखती है ,!!
निकिता के साथ धरम रोड पर खड़ा है ,निकिता अपनी स्थिति उसे बताती है , तो वह कहता है ,*" वह सब ठीक है पर मैं अब वो धरम नही रहा ,अब तो मैं कहीं भी कॉलेज ज्वाइन नही कर सकता हूं ,*"!!
निकिता कहती है *" ऐसा नहीं है ,हैं कॉलेज पर केस करेंगे ,क्योंकि जब कोर्ट ने तुम्हे निर्दोष साबित किया है तो वो इस तरह से कॉलेज से निकल नही सकते हैं और उस पर रेड रिमार्क करके तो एकदम ही नही निकाल सकते हैं ,हम उन पर मान हानि का भी दावा करेंगे ,मैने वकील से बात भी कर ली है ,बस तुमसे डिस्कस करना बाकी था ,*"!!
धरम को लगता है की उसने बेकार में ही सबके बारे में गलत धारणा बना रखी थी,
निकिता उसे बताती हैं *" की प्रिंसिपल साहब को भी धमकी दी गई थी कि तुम्हे बचाने गए तो उन्हे भी निकाल दिया जायेगा, वह भी बेचारे कुछ नहीं कर पाए थे ,*"! धरम सोचने लगता है ,!!
उसी समय एक आदमी जबरन उसे धक्का मारता हुआ गिरता है , धरम भी हड़बड़ा जाता हैं, वह आदमी कहता है ,*"क्या बे सीधे खड़े रहने को नही होता क्या ,आइटम के साथ खड़ा है तो खुद को श्याना समझता है क्या,*"!!
धरम उस से कहता है *" भाई मैं तो एक तरफ खड़ा हूं तुम धक्का मारकर गए थे, !!
वह कहता है ,*" साले खुद को हीरो समझता है क्या ,??
तभी कुछ लोग और उसे चारो ओर से घेर लेते हैं ,निकिता धरम से कहती है ,*" मुझे कुछ गड़बड़ लग रही है ,यहां से चलो ,*"!
वह आदमी जिसने धक्का मरा था वह लतीफ ही था ,जिसे दुष्यंत ने उसका फोटो और डिटेल्स भेजा था, अचानक लतीफ उसे जोर से धक्का मारकर गिरा देता है ,निकिता की तो चीख निकल पड़ती है,वह धरम को पकड़ने के लिए आगे बढ़ती है ,तो लतीफ जो की एक हट्टा कट्टा आदमी था वह निकिता का हाथ पकड़ कर झटकते हुए कहता है *" चल पीछे हट नही तो पहले तेरा काम पता देंगे ,वैसे भी बहुत दिन हो गया है तेरे जैसी चिकनी आइटम से मिले,*"!
अब उसे ये तो पता नही था कि यह भी मिनिस्टर कि लड़की है,तभी धरम गुस्से से उठता है और एक जन कर लात लतीफ को मारता है तो वह औंधे मुंह कार से टकराकर जमीन पर गिरता है, और उसके सामने के दो दांत टकरा कर टूट जाते है और उसके मुंह से खून निकलने लगता हैं,तब तक धरम अपनी बेल्ट निकाल लेता है ,आस पास के दुकान वाले यह देख दुकान बंद करने लगते हैं ,तो होटल वाला भोला उनको रुकने को कहता है, !!
लतीफ अपने चेहरे का हाल देख चीखता है *" ,मारो साले को आज इसको बता दो की अपुन से पंगा लेने का अंजाम क्या होता है,*"!
सभी धरम कि तरफ बढ़ते हैं तो वह जो पहले गुंडा सामने आता है उसे एक इतना तगड़ा घुसा मारता है की वह वही ढेर हो जाता है ,उसे ऐसा लगता है जैसे किसी ने हथौड़ा चला दिया हो उसका पूरा जबड़ा ही टूट गया था,और भल भल कर मुंह से खून निकलने लगता है , धरम बाकी लोगो को बेल्ट से और लात घुसों से इतना मारता है की सब के सब धूल चाटने लगे , किक बॉक्सिंग सीखने का ये फायदा तो उसे मिला था की वह जिसको एक किक मार देता था वह उठने लायक नही होता **!!
क्रमशः