नरसंहार को नाजीवाद कहते हैं
राष्ट्रभक्ति को राष्ट्रवाद कहते हैं
कट्टरवाद को फासीवाद कहते हैं
माओ समर्थन को माओवाद कहते हैं
समाज सुधार को समाजवाद कहते हैं
मार्क्स समर्थन को साम्यवाद कहते हैं
सर्ववाद विरोध को आतंकवाद कहते हैं
क्षेत्र विस्तार को साम्राज्यवाद कहते हैं
और जनता की गाढ़ी कमाई विदेशों में लुटाने को
जनता पर महंगाई-नोटबंदी-जीएसटी बंब गिराने को
किसान हत्याएं कराने को-विरोधियों को निपटाने को
विदेशों राष्ट्राध्यक्षों के रिश्तेदारों के
गुणगान को
नाश्ता-लंच-डिनर अलग-अलग देशों में करने को
दार्जीलिंग हिंसा से चाय कारोबार बंद कराने को
सोशल मीडिया में गंदी भाषा के इस्तेमाल को
सरकारी कर्मचारिओं को भ्रष्टाचारी बताने को
फूट डालो राजकरो का फार्मूला अपनाने को
गाय रक्षा के नाम पर हत्याएं कराने को
चायबासा से चायवाला रिश्ता बनाने को
व्यापार िओं और सीए को धमकाने को
स्वतंत्रता सेनानिओं के अपमान को
हिंदी पाखंड से दक्षिण भड़काने को
सभी वर्गों में फसाद कराने को
महंगे सामान व सूट धारण को चायवाद कहते हैं ।