चलो चले मितवा इस प्यारी प्यारी दुनिया में कहीं दूर निकल जाए।
फुर्सत में अब हम पूरी दुनिया घूम आए।
पेरिस देखा स्विट्जरलैंड देखा वेनिस देखा अमेरिका देखा
चल अब अपन कुछ तो नया देख आए
चल चलो मितवा अब लंदन घूम आए।
चलो चले मितवा कहीं दूर चले जाएं।
सुंदर-सुंदर दुनिया की हम खैर खबर ले आए।
न्यूजीलैंड के सुंदर नजारे देख आए। कनाडा का नाइग्राफालदेख आए।
मिस्र पिरामिड और सुंदर सुंदर जगह देख आए ।
चल चलो मितवा सुंदर दुनिया घूमआए।
भारत के सुंदर नजारे,
दुनिया की सुंदरता,जो रह गया है
जो देख सकते हैं वह देख आए।
चल चलो मितवा दुनिया घूम आए
सब जगह की ऐतिहासिकता से मिल
आए चल चलो मितवा
प्यारी प्यारी दुनिया घूम आए
जीवन संध्या हो चली है।
बहुत जीली हमने जिंदगी है।
ना जाने कब यहां से रुखसत होने का फरमान आ जाए।
इसीलिए चलो चले मितवा कहीं दूर घूम आए।
अपने सपनों को हम पूरा कर आऐ।
दिन भगवान का बुलावा आना है। सबको यहां से जाना है।
तो क्यों ना जाने से पहले कुछ ऐसे काम कर जाना है।
जिससे हम लोगों के दिलों से जा ना सके।
और लोग हमको अच्छी तरह से याद कर सके।
हम नहीं हमारे काम की प्यार की खुशबू बोलेगी।
हम चले भी गए तो क्याहै।
लोगों के दिल में हम जिंदा रहे।
स्वरचित कविता 21 सितंबर 21