करवा चौथ का व्रत करके भूखी प्यासी सुहागने जब चांद नहीं दिखता है बहुत देर तक तब वे मन में गुनगुनाती होंगी।😊
चंदा ओ चंदा तु बदली में कहां खो गया
यहां हम भूख प्यास से हैं परेशान।
अब तो जल्दी से दर्शन दे दे।
ताकि हम भी अपना पूजा करके। तुमको देखकर अपने व्रत को पूरा करके।
अमर सुहागन का व्रत फलाएं।
अपनी भूख प्यास मिटाएं ।
जल्दी से आ जा
क्यों बदली में छुपा है
मैं ढूंढती यहां
तु बदली में खो गया कहां ।
खोया खोया चांद है जल्दी से आजा। जहां भी खोया है अब तो मिल जा। अब भूख सहन नहीं होती ।
हालत हमारी पस्त है।😢
तुम कहां खो गए।
खोया खोया चांद है
मन में भूख प्यास है।😢
जल्दी से आजा दर्शन दे दे
और हमारी भूख प्यास बुझा जा।
स्वरचित पंक्तियां 8नवंबर 21