जब कोई अपना चला जाता है ।
तो खाली उसकी यादें ही रह जाती हैं।
यादें याद आती हैं हमको बहुत तड़पाती है।
जब भी तुम सब याद आते जो धीरे-धीरे कर हमको छोड़ गए।
मां बाप, भाई ,बहन, भाभी,
सासु मां, जेठानी दोस्त जब भी तुम्हारी बातें याद आती है।
तुम बहुत याद आते हो।
हम भूल नहीं पाते हैं
तुम बहुत याद आते हो।
वह मायके का खालीपन,
वह बचपन वह साथ।
आशीर्वाद वाली छत्रछाया।
जो हमने खोया वो हम भी जानते हैं। हम तुमको भूल नहीं पाते हैं।
बहुत याद आते हो।
यादों के इस भंवर को हम भुला नहीं पाते हैं।
तुम सब की याद में आंसू बहा लेते हैं। जैसे अभी लिखते हुए बहा रहे हैं।
तुम सब हमको बहुत अजीज थे।
बहुत याद आते हो
यादेंजो याद आती है
मन को बहुत तड़पाती है।
स्वरचित कविता9 अक्टूबर 21