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 पृथ्वी सूर्य कि परिक्रमा एक निश्चित अवधि में करती है और एक निर्धारित कक्ष में ही करती है । पृथ्वी का कक्ष एक दीर्घवृत्त (ellipse) जबकि सूर्य उसके एक केंद्र पर होता है । जब पृथ्वी सूर्य के अधिक पास होती है तो यहाँ ग्रीष्म ऋतु होती है और जब दूर तो शरद ऋतु । अब जब ऋतुओं में बदलाव होता यानि सूर्य के दू

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सूखे की मार और खराब आर्थि‍क स्‍थिति ने किसानों को नए-नए जुगाड़ करना सिखादिया है। खेत जुताई के लिए हल नहीं था तो बुंदेलखंड क्षेत्र के बांदा के एक किसानने साइकिल को ही हल बना लिया और जुताई शुरू कर दी। किसान का कहना है कि बिना लागतके यह उसके लिए काफी किफायती साबित हो रहा है। बुंदेलखंड में किसानों की जि

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वैज्ञानिकों ने उस स्थान को खोज निकालने का दावा किया है जिसका वर्णन रामायणमें पाताललोक के रूप में है। हनुमानजी ने यहीं से भगवान राम व लक्ष्मण कोपातालपुरी के राजा अहिरावण के चंगुल से मुक्त कराया था। यह स्थान मध्य अमेरिकीमहाद्वीप में पूर्वोत्तर होंडुरास के जंगलों के नीचे दफन है। अमेरिकी वैज्ञानिकोंने ल

अफ्रीका के दयार नोवा नगर में जगत प्रसिद्ध हकीम लुकमान का जन्म हुआ था। हब्शी परिवार में जन्म होने के कारण उन्हें गुलामों की तरह जीवन बिताने के लिए बाध्य होना पड़ा। मिश्र देश के एक अमीर ने तीस रुपयों में अपनी गुलामी करने के लिए लुकमान को खरीद लिया ओर उनसे खेती बाड़ी का काम लेने लगा।यह अमीर बड़ा क्रूर

बाजरा खाओ, सेहत बनाओअ+अ-हाथरस। भले ही लोग बाजरा खाने से कतराते हों, लेकिन शायद वह इस बात से बेखबर हैं कि अन्य अनाजों की अपेक्षा बाजरा में सबसे ज्यादा प्रोटीन की मात्रा होती है। इसमें वह सभी गुण होते हैं, जिससे स्वास्थ्य ठीक रहता है। ग्रामीण इलाकों में बाजरा से बनी रोटी व टिक्की को सबसे ज्यादा जाड़ो

दृष्टिकोण और नजरिया दोनों अलग अलग हो सकते है? ईमानदार राजनीती में मिलावट भर्ष्टाचार का, भर्ष्टाचार में मिलावट ईमानदारी का ज़हर है?दबंग राजनीती में मिलावट शराफत का, शराफत वाली राजनीती में मिलावट दबंगई का ज़हर है?धर्म निरपेक्षता की राजनीती में धर्म का, और धर्म की राजनीती में मिलावट धर्म निरपेक्षता ज़हर ह

क्रिकेट के काले कमाई के कलंक से कोई भी राजनैतिक दल अछूता नहीं है, एक मामले के उजागर होने से सारे मामलो पर असर पड़नी लाजमी है? खेल क्रिकेट का, टिकट का पैसा जनता का कमाई न जाने कौन कौन कर रहा है और देश की राजनीती खेल का आनंद ले रही है? तटस्थ संचालन का जिम्मा संभाले हुए क्या खेल के परिंणाम में निर्णायक

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नैनीताल से चल कर लखनऊ एवम् अरब देश आबूधाबी होते हुये समुद्र किनारे बसे एक छोटे एवम सुंदर ब्यवस्थित देश कुवैत पहुँचा हूँ ।इस के संबंध् में शीघ्र ही अपने अनुभव आगामी लेख में प्रस्तुत करूँगा ।

गीता औरविज्ञान गीता  के शब्द  आज  भी  हैं,  गूँजते गगन मेंकृष्ण की वाणी है  छिपी  ध्वनि-तरंग  में।हे विज्ञान !  तू ही बन जा, ईश का आविष्कारक,एकत्र कर,  वह  संचित  शब्द-कोष  पुनश्च।। ऊर्जा नष्ट न होती,  यह  है विज्ञान का सिद्धांतध्वनि-ऊर्जा  का  संभव  रूपांन्तरण  मात्र ।खोज लो कृष्ण के  शब्द,  उदगम क

सेक्स (Sex) का कोई शाब्दिक तात्पर्य नहीं है, दूसरा हर कोई (Everybody) इसे करना चाहता है. सेक्स (Sex) का आशय (Aim) सिर्फ जननेद्रियों (Genitals) से पूर्णतः संबंधित (Related) नहीं है. सेक्स (Sex) का आशय (Aim) उस महत्वपूर्ण (Essential) उद्यम से है जिस पर ईमानदारी (Scrupulosity) से मूल्य लगाया जाय तो यह

क, ख, ग, घ, ङ- कंठव्य कहे गए,क्योंकि इनके उच्चारण के समयध्वनिकंठ से निकलती है।एक बार बोल कर देखिये |च, छ, ज, झ,ञ- तालव्य कहे गए,क्योंकि इनके उच्चारण केसमय जीभतालू से लगती है।एक बार बोल कर देखिये |ट, ठ, ड, ढ , ण- मूर्धन्य कहे गए,क्योंकि इनका उच्चारण जीभ केमूर्धा से लगने पर ही सम्भव है।एक बार बोल कर द

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शबाना नाज को प्रति उत्तर ।...भारत दुनिया का इकलौता ऐसा देश भी है जहां सभी धर्म ; सम्प्रदाय ;समुदाय के लोगो को भी सहज ही स्वीकार किया जाता है और स्थान भी दिया जाता है ।. धार्मिक  आजादी भी दी जाती है  ।. रही बात साईं की ।.....तो उसने कोई भी कार्य ऐसा नहीं किया जो राष्ट्र या समाज हित  मैं मना जाए ।. सा

गिरिजा नंद झाहालांकि, इस तथ्य को जानने में अपनी कोई दिलचस्पी नहीं होनी चाहिए, लेकिन सामान्य ज्ञान बढ़ाना हो तो इस पर एक नज़र डालने में कोई हजऱ् नहीं है। बहुत बड़ा आंकड़ा नहीं है और इसीलिए इसे याद रखने के लिए बहुत ज़्यादा माथापच्ची भी नहीं करनी होगी। तथ्य यह है कि मौत अब तक का आखिरी सच है और इस सच क

क्या लोकतंत्र अलोकतन्त्र हो गया है सैकड़ों पंजीकृत राजनैतिक दल, जितने दल उतने विचारधारा क्या आज़ादी के बाद बांटो और राज करो के तहत इस सोच को देश की राजनीती में जगह दी गई थी या व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए पक्ष और विपक्ष की भूमिका लोकतंत्र में असरदार रहें इसकी वकालत थी? क्यों लोकतंत्र के नाम

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परिचय भारतीय रसोई घर और मसाले तथा इनमे लौंग और लौंग की उपयोगिता को कौन नहीं जानता। लौंग को दादी नानी के नुस्को में एक विशेष स्थान प्राप्त है। लौंग (Clove, Lawang, Devkusum) का प्रयोग मसाले के तौर पर प्राचीन काल से होता चला आ रहा है। अलग-अलग स्थानों एवं भाषाओं में लौंग को भिन्न-भिन्न नामों से जाना जा

दिल्ली के बाराखंबा पर अख़बार के एक दफ्तर में शाम को बैठने जाता हूँ. मेट्रो के गेट न. 5 से निकलने पर वहां बाहर एक भुट्टे वाला, भुट्टे उबालकर बेचता है. हालाँकि, भुट्टे तो बचपन से खाता रहा हूँ, लेकिन सच कहूँ तो उबले भुट्टे मैंने पहले नहीं खाए थे. एक दिन टेस्ट किया तो बेहद स्वादिष्ट लगा, नींबू और काला नम

भूख में होती है कितनी लाचारी,ये दिखाने के लिए एक भिखारी, लॉन की घास खाने लगा,घर की मालकिन में दया जगाने लगा।दया सचमुच जागीमालकिन आई भागी-भागी-क्या करते हो भैया ?भिखारी बोलाभूख लगी है मैया।अपने आपको मरने से बचा रहा हूं, इसलिए घास चबा रहा हूं।मैया ने आवाज़ में मिसरी घोली,और ममतामयी स्वर में बोली— मेर

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूं तो कई देशों की हाई-प्रोफाइल यात्राएं कर चुके हैं, लेकिन हमारे महत्वपूर्ण पड़ोसी बांग्लादेश की यात्रा कई मायनों में ख़ास है. बांग्लादेश का भारतीय इतिहास में बेहद खास स्थान रहा है. इतिहास के आईने में देखा जाय तो आज़ादी के समय देश का विभाजन, फिर चीन से जंग हारना हमारे राष्

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