इस पुस्तक में हम हीलिंग सिम्बल्स क्या हैं ,क्या हमें इसका प्रयोग करना चाहिए , अधिक सिंबल सिखने का तरीका जानेंगे ! अधिक सिंबल सिखने से हीलिंग पावर बढ़ती हैं ,समय की बचत होती हैं ! यह सब कैसे होता हैं ,यह सब सीखेंगे !
बालक की प्रथम पाठशाला परिवार होता है
यह थर्ड लेवल है रेइकी का इसमें आप को कुछ एडवांस लेवल की टेक्निक मिलेंगी ! जिसे आप रेइकी मास्टर सिंबल के बाद ही कर सकते हैं ! इसमें जो भी एडवांस टेक्निक दे रही हु वह सब मेरी खोज हैं ! आप ने मेरी सेकंड लेवल की बुक में बेसिक टेक्निक सीखी थी वह भी सब मे
विरांगना रानी दुर्गावती का स्वाभिमान
बेस्टसेलर इकिगाई के लेखकों की कलम से अगली किताब Understand Your Strenght and Demonstrate आपके जीवन का उद्देश्य ही आपकी ताकत है। जापानी लोगों का ऐसा मानना है कि हर इंसान का इकिगाई होता ही है। इकिगाई ही आपके अस्तित्व का कारण है। जितनी कम उम्र में हमें
224 ईसापूर्व महान सम्राट अशोक को एक प्राचीन और भयावह रहस्य का पता चलता है - एक ऐसा रहस्य जो महाभारत की गहराईयों मैं समाया था; ऐसा रहस्य जो दुनिया को नष्ट कर सकता है; ऐसा जो 2300 वर्षों से छुपा हुआ था|वर्तमान काल एक सेवानिवृत परमाणु वैज्ञानिक की हत्या
"यह अल्पज्ञात तथ्य है कि चीन का ‘चीन’ नाम भारत का दिया हुआ है। चीन तो स्वयं को झुआंगहुआ कहता है। इससे भी अल्पज्ञात तथ्य यह है कि महाभारत काल में चीन भारत के सैकड़ों जनपदों में से एक था। प्रशांत महासागर के तट पर पीत नदी के पास यह लघु राज्य भारत से हजा
A Science that was preserved and associated largely as a support to martial arts and warfare can now be used and applied for normal healing on a wide range of physical and mental diseases as a result of research and application, since 1993, of this l
लोगो की सोच को बदलना होगा।
माँ की लाड़ली, पिता के ह्रदय की कली , बैठाई गई पलकों पर सदा, सँवरी,निखरी,नाजों से जो पली ,पर स्त्री हूँ ना तो कभी होना पडा़ शोहदों की फब्तियों का शिकार, कभी सहनी पडी़ एक तरफा प्यार के तेजाब की धार , कभी ससुराल में तानों और उलाहनाओं का हार पहनाया गया,
क्या आप ने किसी को देखा हैं की किसी पर हाथ रखें और उस इंसान का दर्द ठीक हो जाएं ! यह अगर आप ने देखा हैं तो दिमाग मान कर भी नहीं मानने देता होगा क्यूंकि उसे कुछ तर्क चाहिए ! तो में आप को इसमें बताऊँगी की ऐसा क्यों होता हैं ! यह मेरी रेकी प्रथम
पूरब का ऑक्सफ़ोर्ड' और 'साहित्य की राजधानी' जैसे और भी कई विशेषणों से मशहूर शहर इलाहाबाद को एक पत्रकार और उभरते कहानीकार ने जैसा देखा, जिया और भुगता, हूबहू वैसा उतार दिया है। इस अलहदा शहर की मस्ती, इसकी बेबाकी और इसमें मिली मोहब्बत का कोलाज है यह किता
यह पुस्तक धार्मिक आध्यात्मिक विषयो और ज्योतिष ज्ञान के बारे में है। जिसमे विभिन्न ग्रन्थों में दी गई जानकारी को संक्षेप रूप में जन जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है। वर्तमान समय मे सनातन संस्कृति के बारे में बहुत अधिक झूठा प्रचार प्रसार ज्योतिष और
इस पुस्तक में रेकी करने वालों के लिए सारी तकनीकी बताई गई हैं। आपके घर में अलग-अलग कमरे में । आपके परिवार के लिए आपके जीवन के अलग-अलग पहलुओं में किस तरह से रेकी की जाए। इस पुस्तक को पढ़कर। आप अपनी रेकी करने की प्रतिभा को निखार सकते हैं। अभ्यास करने के
लोगो के पूर्व में दिए हुए प्यार, स्नेह और ऊर्जा को आधार बनाकर एक बार फिर कुछ रचनाएँ आपके हवाले कर रहा हूँ। रचनाएँ अच्छी बनी हैं या बुरी, ये तो पाठक ही तय करेंगे, मगर इतना जरूर कह सकता हूँ कि इन्हें लिखने, सुधारने और सँवारने में मैंने अपना सबकुछ झोंक
इस अफ़साने को लिखने की एक वजह यह भी रही कि मुझे स्माइलियों की भाषा बहुत रोचक जान पड़ी थी। मेरी एक चिंता यह भी थी कि इसके साथ हमारे शब्द, उनमें छुपे एहसास, एहसासों को ज़ाहिर करने के इंसानी तौर-तरीक़े, इंसान का अपना शब्दकोश, ये सब मर तो नहीं रहे हैं। म
नवम्बर माह के लेख जिसका मुझे अनुभव इस माह हुआ है।कलम की स्याही से उतारने का प्रयास किया हूँ ।
सुन सखी ,इस महीने हम और तुम मिल कर मनाएगी त्यौहार,दशहरा, दीपावली, भाईदूज एक साथ ।बस भगवान से यही प्रार्थना लोग अपने मन मे बसने वाले रावण का दहन करे।