इस पुस्तक में गुरु और अध्यापक में अंतर पता चलेगा !
ओशो अपनी किताब ध्यान योग, प्रथम और अंतिम मुक्ति में कहते हैं कि 'ध्यानयोग प्रथम और अंतिम मुक्ति' ओशो द्वारा सृजित अनेक ध्यान विधियों का विस्तृत व प्रायोगिक विवरण है। ध्यान में कुछ अनिवार्य तत्व हैः विधि कोई भी हो, वे अनिवार्य तत्व हर विधि के लिए आवष
मैंने और अधिक उत्साह से बोलना शुरू किया, ‘‘भाईसाहब, मैं या मेरे जैसे इस क्षेत्र के पच्चीस-तीस हजार लोग लामचंद से प्रेम करते हैं, उनकी लालबत्ती से नहीं।’’ मेरी बात सुनकर उनके चेहरे पर एक विवशता भरी मुसकराहट आई, वे बहुत धीमे स्वर में बोले, ‘‘प्लेलना (प
इस किताब में आपको शब्द इन द्वारा दिए गए विषयों पर उत्कृष्ट एवं उत्तम लेख पढ़ने के लिए मिलेंगे। कृपया हर लेख को पढ़कर अपनी सुंदर समीक्षा अवश्य लिखें,,। 🌻वासुदेवाय नमः🌻
मेरे प्रिय पाठकों, जिसमें दुधमुहे बच्चों से लेकर उम्रदराज मेरे भाई बहन और बेटी बेटे जैसे युवा और स्कूल, कालेज जाने वाले टीन एजर सभी शामिल हैं । चौकिये मत, दुधमुहे इसलिए लिखा है कि बचपन की मधुर थपकियों से ही तो नींव बनती है । इसलिए जिसे बचपन प्यार
Chhote se gaaw ki kahani janha do kirdar ak hi sath padhte hai. Ishq hota hai.dono ak dusre se bepanaah mohabbat karte hai. Ladki aage jati hai .UPSC crack kar leti hai.ladka insecurity aur sab mansik chinatan ,wo kaha kiske sath hogi.isi me uljha ho
चलो सखी फिर से चले एक नये सीजन के सफर पर ।वादा करो मेरे मन की सब सुनोगी और समय समय पर मुझे तसल्ली भी दो गीत।
Satya Ki Vijay Rajiv Gandhi Ki Hatya Read more
इस पुस्तक में विज्ञान की जटिल अवधारणाओं को सरल अवधारणा मानचित्रों के रूप में प्रदर्शित किया गया है एवं पाठ्य सामग्री को अधिक रोचक बनाने के लिए रंगीन आकर्षक ग्राफिक्स का प्रयोग किया गया है | इन्फोग्राफिक्स एक प्रकार का दृश्य संसाधन है जिसको शिक्षक
दिसम्बर का महीना । तुम्हारी हमारी इस मुलाकात का आखिरी महीना।चलो सखी करे मन की बातें ढेर सारी तुम हम एक साथ।
शारीरिक शिक्षा और योग का बच्चों के शारीरिक, सामाजिक, भावात्मक और मानसिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। यह पुस्तक उच्च प्राथमिक स्तर के लिए तैयार की गई है। इस पाठ्यसामग्री का अधिक बल शिक्षार्थियों के मध्य शारीरिक क्षमता, भावात्मक स्थिरता, एकाग्रता औ
जवाहर नवोदय विद्यालय एक समुन्द्र की तरह है इसकी हर एक बुुंद की एक अपनी तुफानी कहानी है तो पेश है नवोदय की एक बुुंद यानी मेरी कहानी | जिसमे आपको मिलेगा हर नवोदयन के सफर का अनुभव और आप जान जायेंगे कि नवोदय क्यो हीरोज़ का स्कुल है| मैने नवोदय मे सब
इस पुस्तक के माध्यम से आपको न सिर्फ अपनी आर्थिक स्तिथि का पता लगेगा बल्कि आपको उसको मजबूत करने के उपायों के बारे में भी पता लगेगा| मेरा यह मत है की इस दुनिया को कोई शक्ति चला रही है और इस पुस्तक के माध्यम से मैं उसी शक्ति की सहायता से आपकी आर्थिक स
प्रेम की वेदी प्रेमचंद का एक सामाजिक नाटक है। वैसे तो प्रेमचंद मूलतः उपन्यासकार, कहानीकार हैं, लेकिन उन्होंने कुछ नाटक भी लिखे हैं। प्रेमचंद स्वभावतः सामाजिक-चेतना के लेखक हैं। यही सामाजिक-चेतना उनकी रचनाओं में अलग-अलग रूप में चित्रित हुई है। प्रेम क
जिनका जन्म हुआ है उनकी मृत्यु भी निश्चित है | जीवन-मृत्यु प्रकृति का शाश्वत सत्य है | जिस तरह बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आता, उसीतरह जो दिवंगत हो जाते हैं, कभी नहीं लौटते | मात्र उनकी यादें हमारे मानस पर बरबस आती रहती है | उनकी क्रियाकलापें, उनकी बात
पितृ दोष ऐसा दोष जो आप के जीवन में काम नहीं बनने देता ! शादी, धन समस्या ,अशांति रहती हैं . होता सब को हैं थोड़ा थोड़ा लेकिन किसी किसी को अधिक होता हैं ! किसी किसी की कुंडली में भी पितृ दोष होता हैं ! तो क्या हैं यह और क्यों हमारे जीवन पर प्रभाव डालता
ख्याल मन में जब हलचल मचाएं बातें दिल को किसी को कहने से कतराए सखी बने दैनन्दिनी प्यारी सुने दिल हाल निभाएं सच्ची यारी