जब ग्रीष्म ऋतु में सूरज के भीषण ताप से सम्पूर्ण धरती के साथ ही जीव-जंतु झुलस कर आकुल-व्याकुल हो उठते हैं तब समस्त जीव-जगत को वर्षा ऋतु के आगमन की प्रतीक्षा रहती है और जैसे ही आकाश में बादल आकर बरसते हैं तो झुलसी, मुरझाई धरती और जीव-जगत में नवजीवन संच
मेरे प्रिय पाठकों, जिसमें दुधमुहे बच्चों से लेकर उम्रदराज मेरे भाई बहन और बेटी बेटे जैसे युवा और स्कूल, कालेज जाने वाले टीन एजर सभी शामिल हैं । चौकिये मत, दुधमुहे इसलिए लिखा है कि बचपन की मधुर थपकियों से ही तो नींव बनती है । इसलिए जिसे बचपन प्यार
इस पुस्तक में विज्ञान की जटिल अवधारणाओं को सरल अवधारणा मानचित्रों के रूप में प्रदर्शित किया गया है एवं पाठ्य सामग्री को अधिक रोचक बनाने के लिए रंगीन आकर्षक ग्राफिक्स का प्रयोग किया गया है | इन्फोग्राफिक्स एक प्रकार का दृश्य संसाधन है जिसको शिक्षक
शारीरिक शिक्षा और योग का बच्चों के शारीरिक, सामाजिक, भावात्मक और मानसिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। यह पुस्तक उच्च प्राथमिक स्तर के लिए तैयार की गई है। इस पाठ्यसामग्री का अधिक बल शिक्षार्थियों के मध्य शारीरिक क्षमता, भावात्मक स्थिरता, एकाग्रता औ
ख्याल मन में जब हलचल मचाएं बातें दिल को किसी को कहने से कतराए सखी बने दैनन्दिनी प्यारी सुने दिल हाल निभाएं सच्ची यारी
पितृ दोष ऐसा दोष जो आप के जीवन में काम नहीं बनने देता ! शादी, धन समस्या ,अशांति रहती हैं . होता सब को हैं थोड़ा थोड़ा लेकिन किसी किसी को अधिक होता हैं ! किसी किसी की कुंडली में भी पितृ दोष होता हैं ! तो क्या हैं यह और क्यों हमारे जीवन पर प्रभाव डालता
ओशो द्वारा कृष्ण के बहु-आयामी व्यक्तित्व पर दी गई 21 र्वात्ताओं एवं नव-संन्यास पर दिए गए एक विशेष प्रवचन का अप्रतिम संकलन। यही वह प्रवचनमाला है जिसके दौरान ओशो के साक्षित्व में संन्यास ने नए शिखरों को छूने के लिए उत्प्रेरणा ली और “नव संन्यास अंतर्राष
इस पुस्तक के माध्यम से आपको न सिर्फ अपनी आर्थिक स्तिथि का पता लगेगा बल्कि आपको उसको मजबूत करने के उपायों के बारे में भी पता लगेगा| मेरा यह मत है की इस दुनिया को कोई शक्ति चला रही है और इस पुस्तक के माध्यम से मैं उसी शक्ति की सहायता से आपकी आर्थिक स
इस माह की दैनन्दिनी में आपको विविध विषयों के अंतर्गत जहाँ एक ओर हमारे सामाजिक चिंतन में मित्रता और आज़ादी के गर्व और खेलों के महत्व को समझने-पढ़ने को मिलेगा वहीँ दूसरी ओर सनातन धर्म की महानता के साथ ही लोक जीवन में रक्षाबंधन, स्वतंत्रता दिवस और गणेशोत
जिनका जन्म हुआ है उनकी मृत्यु भी निश्चित है | जीवन-मृत्यु प्रकृति का शाश्वत सत्य है | जिस तरह बीता हुआ समय कभी वापस नहीं आता, उसीतरह जो दिवंगत हो जाते हैं, कभी नहीं लौटते | मात्र उनकी यादें हमारे मानस पर बरबस आती रहती है | उनकी क्रियाकलापें, उनकी बात
यह दुखांत नाटक की परंपरा के नजदीक है । ' भारत दुर्दशा ' में पराधीन भारत की दयनीय आर्थिक स्थिति एवं सामाजिक – सांस्कृतिक अधः पतन का चित्रण है । 'सती प्रताप' सावित्री के पौराणिक आख्यान पर लिखा गया है। भारतेंदु ने अंग्रेजी के ' मर्चेंट ऑफ वेनिस ' नाटक क
जवाहर नवोदय विद्यालय एक समुन्द्र की तरह है इसकी हर एक बुुंद की एक अपनी तुफानी कहानी है तो पेश है नवोदय की एक बुुंद यानी मेरी कहानी | जिसमे आपको मिलेगा हर नवोदयन के सफर का अनुभव और आप जान जायेंगे कि नवोदय क्यो हीरोज़ का स्कुल है| मैने नवोदय मे सब
ये किताब हमारे जीवन की बहुत सारी अच्छी या बुरी कसौटीयों पर आधारित है । अक्सर हमारी जिंदगी में ये समय आते जाते रहते हैं । इस किताब में दैनिक प्रतियोगिता के शीर्षक के बारे में भी लिखा गया है । संजू की डायरी के अन्य शीर्षक आपको कुछ याद दिलाएंगी , जो आपक
इस पुस्तक में सरल व सौम्य शब्दों का प्रयोग लेखक के द्वारा किया गया है। पाठको को परेशानी ना हो पढ़ने में। शब्द इतने सरल है कि आपको थोड़ा भी बोरियत महसूस न होगी। इस किताब में आपको एक "माइंड मैप" मिलेगा, जिसको फॉलो करके आप एक अच्छे जीवन को जी पाएंगे। और
दिल से निकले अल्फाजों को एक तस्वीह में पिरोकर भावनाओं से श्रृंगार किया है। कुछएक चिट्ठियां लिखीं है शर्माजी की याद में! उम्मीद है दिल को छूकर मन को सुकून पहुंचाएगी। कविता और नज़्म से कोरे पन्नों को जज्बातों से रंग दिया है उम्मीद है पाठकों को निराश नह
इस कल युग कि मानवता मे पेड मेरा दोस्त नामक कहानी एक अनोखा उदाहरण है
भक्त और भगवान कान्हा..... रहमत तेरी अगर लिखने लग जाऊँ,,,, तो लग जाएं साल हज़ार,,,, मेरी कलम छोटी है "कान्हा" तेरी महिमा अपरम्पार। हम सेवक हैं तेरे दर के तू दाता सबका पालनहार राधे कृष्णा