इस किताब के माध्यम से ओशो समझाते हैं कि जन्म और मृत्यु एक ही सिक्के को दो पहलू हैं। जन्म और मृत्यु को मिलाकर ही पूरा जीवन बनता है। जो अपने जीवन को सही और पूरे ढंग से नहीं जी पाते, वही मृत्यु से घबराते हैं। सच तो यह है ओशो जीवन को पूरे आनंद के साथ जीन
Born and brought up in the lap of Garhwal Himalayas, Smt. Swarnalata Dobhal is a graduate of Garhwal University. When she got time from her daily household chores, she usually penned her thoughts in words. Through poetry writing, she has expressed he
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(अरुण गाँधी के उपनाम से राजनीति, पत्रकारिता एवं वरिष्ठ मित्रों में १९८० से १९९० के दशक में प्रचलित एक नाम) १८ वर्ष की उम्र में पत्रकारिता आरम्भ, प्रदेश-स्तरीय राजकीय मान्यताप्राप्त पत्रकार, भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के लिए राष्ट्र-स्तरीय नि
साहित्ये ज्ञानराशि: निहिता: भवन्ति। अनुवादमाध्यमेन विविधभाषासु प्रसरिता:। अनुवादमाध्यमेन साहित्येषु निहितज्ञानराशिभि: लाभान्विता: भवन्ति। संस्कृते विपुलसाहित्यरचना उपलब्धा:। अस्यां भाषायां उपलब्धग्रन्थाणां विश्वस्य विविधभाषासु अनुवादा: उपलब्धा:। विवि
All rights reserved to ©Shruti saw. साजिश या आत्मा... किसका है ये खेल? क्या है इस हवेली का राज़?
वो मेरी खामोशी को मेरी आशिकी समझ बैठी। वो मेरे पास आने से पहले खुद को दूर समझ बैठी। मैं साथ साथ चलना चाहता था, उसके मगर वो खुद को अकेला समझ बैठी। वो मेरी खामोशी को मेरी आशिकी समझ बैठी। वो मेरे पास आने से पहले खुद को दूर समझ बैठी।
मेवाड़ी विज्ञान को किस्सा गोई द्वारा अनूठे अंदाज से समझाने के लिए जाने जाते हैं। देवेंद्र मेवाड़ी ऐसे प्रयोगधर्मी लेखक माने जाते हैं जिन्हें जटिल साहित्य को सरल तरीके से प्रस्तुत करने की महारत हासिल है। वह जितना अच्छा लिखते हैं उससे अच्छा उसका मौखिक
महान शिक्षक जे. कृष्णमूर्ति की वार्ताओं तथा लेखन से संकलित संक्षिप्त उद्धरणों का यह क्लासिक संग्रह ध्यान के संदर्भ में उनकी शिक्षा को सार प्रस्तुत करता है-अवधान की, होश की वह अवस्था जो विचार से परे है, जो समस्त द्वंद्व, भय व दुख से पूर्णतः मुक्ति लात
Friends मेरा नाम Anil Solanki है। ये मेरी रियल लाइफ स्टोरी है। के कैसे मेने अपनी क्षमता/Talent/Ability को पहचाना उसे Explore किया और सफलता हाँसिल की। मेने अपना Career की शुरुआत 17 साल की उम्र मे as a office boy की थी। मे कंपनी मे साफ़सफाइ चाय पिलान
अजय सोडानी की किताब 'दरकते हिमालय पर दर-ब-दर’ इस अर्थ में अनूठी है कि यह दुर्गम हिमालय का सिर्फ़ एक यात्रा-वृत्तान्त भर नहीं है, बल्कि यह जीवन-मृत्यु के बड़े सवालों से जूझते हुए वाचिक और पौराणिक इतिहास की भी एक यात्रा है। इस पुस्तक को पढ़ते हुए बार-बार
Mein Jo Hoon, 'Jon Elia' Hoon Read more
नमस्कार दोस्तो, जीवन में पुस्तकों के महत्व को नकारा नहीं जा सकता। पुस्तकें ही एक ऐसा माध्यम है जिनमें वर्णित अपने विचारों द्वारा कोई भी लेखक या कवि बदलाव की लहर को जन्म दे सकता है। इतिहास साक्षी है की कलम ने अपनी ताक़त को बखूबी साबित किया है।
ये पुस्तक स्वतंत्रता सेनानी, स्वर्गीय श्री बनारसी दास गोटे वाले की जीवन गाथा है। मै रश्मि गुप्ता इस पुस्तक की लेखिका, सौभाग्यशाली हूँ कि मैं उनकी पुत्री हूँ । जितना करीब से जाना, देखा है, उसे सब के समक्ष रखना चाहती हूँ । मुझे पूर्ण आशा है कि उनक
रामखिलावन एक सीधा साधा गांव का युवक है पर उसने बहुत ही जल्दी पोस्ट ग्रेजुएट पूरी की साथ ही बीएड भी पूरा किया और वही एक सरकारी कॉलेज में प्रोफेसर भी बन गया, उसने इतिहास में PhD भी कर लिया , सब कुछ अच्छा था , पर सबसे बड़ी समस्या थी उसकी शादी ,व
उगते सूर्य की किरणों से झिलमिल करती माँ नर्मदा की लहरों पर बहता मृत प्रायः युवा नारी शरीर…..क्या उसमें जीवन शेष था ? …….. सदानंद बाल-ब्रह्मचारी है।सांसारिक बंधनों से मुक्त होते हुए भी वह एक ऐसी परीक्षा से गुजरता है जो ब्रह्मचर्य के निषेधों पर प्रश्न
श्रीलाल शुक्ल को लखनऊ जनपद के समकालीन कथा-साहित्य में उद्देश्यपूर्ण व्यंग्य लेखन के लिये विख्यात साहित्यकार माने जाते थे। उन्होंने 1947 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक परीक्षा पास की। 1949 में राज्य सिविल सेवासे नौकरी शुरू की। 1983 में भारतीय प
इस पुस्तक में सरल व सौम्य शब्दों का प्रयोग लेखक के द्वारा किया गया है। पाठको को परेशानी ना हो पढ़ने में। शब्द इतने सरल है कि आपको थोड़ा भी बोरियत महसूस न होगी। इस किताब में आपको एक "माइंड मैप" मिलेगा, जिसको फॉलो करके आप एक अच्छे जीवन को जी पाएंगे। और
डायरी मेरे जीवन के विभिन्न पहलुओं का स्वरूप है।