चंडीगढ की रहने वाली प्रिया "प्रिया त्रिपाठी" गुणवान ,आस्तिक,अपने किस्मत पर गर्व करने वाली एक मिडिल क्लास फैमिली से बिलोंग करने वाली लडकी थी।वैसे तो प्रिया ज़्यादा देर तक पढ़ाई करते रेहना पसंद नही करती
“लव यू इक अनकही" सी में आपका स्वागत है । यह “प्रिया” “प्रिया त्रिपाठी”पूरी उम्र उसी से प्यार करती रह गई, जो भगवान पर विश्वास करने वाली एकआस्तिक, संकोची स्वभाव पर अपनी किस्मत पर नाज करने वाली लडकी थीक्
खचेडू अपने दोस्तों के साथ पेड़ के नीचे बैठा था। उनमें बातें चल रही थीं।खचेडू- भारत में 6 प्रकार के डॉक्टर पाए जाते हैं।1) पड़ोसी : जो बुखार आने पर क्रोसिन खाने की सलाह देते हैं।2) पसारी : जो 1 या 2 रुपय
"शादी क्या हुई , आफत मोल ले ली" हंसमुख लाल जी बड़बड़ाते चले जा रहे थे । वैसे एक राज की बात बताऊं आपको कि ऑफिस में जिनकी बात ना तो बॉस सुनता है और ना ही मातहत । यहां तक कि चपरासी भी पानी पिलाने से इंकार
जिसे हम लोग कहते हैं भ्रष्टाचार असल में वह तो है बस शिष्टाचार "चाय पानी" कोई बुरी बात तो नहीं "दारू मुर्गी" कोई खैरात तो नहीं इनमें से कुछ भी ना हो तो कोई गम नहीं "रात का इंतज
होली का मौसम आते ही होली मिलन के कार्यक्रम भी शुरू हो जाते हैं। ये समारोह होली से एक महीने पहले शुरू होते हैं और होली के एक महीने बाद तक चलते रहते हैं। ब्रज में होली एक महीने की होती हैं पर ये होली मि
हम रहे ना रहे ये दुनिया रहेगी हमारे सभी अफसाने रहेंगे ,जीवन के सभी तराने रहेंगे ,अच्छे विचारों के दीवाने रहेंगे ,हम रहे ना रहे ,ये फिजाएं रहेंगी,उल्फत की सारी अदाएं रहेंगी तरन्नुम से सज़ी,ये
फिजां में अबीर गुलाल उड़ने लगा है । कुछ तो गुलाल की लाली , कुछ पलाश के फूलों का लाल सुर्ख रंग और कुछ गोरियों के खिलते मुस्कुराते गुलाबी गालों की रंगत का असर था कि दिल उड़ा उड़ा जाने लगा । दिल में गिटार स
हम रहें या ना रहें , यह देश रहना चाहिए देश की खातिर , कुछ कष्ट सहना चाहिए देशभक्ति है धर्म मेरा , देशप्रेम ही जाति मेरी वफादारी का गाढ़ा लहू हर रग में बहना चाहिए ये ना सोचो देश
"फायदा" 😄😄😄 सरकारी प्रतिष्ठानों में जाने का एक फायदा मैं पाती हूँ बिन बाँधे मैजिक घड़ी मैं इन्विज़िबल हो जाती हूँ 😊😊😊
बचपन में जब अध्यापक बिना बात डांटते थे हमारे होंठ गुस्से और क्षोभ से कुछ बुदबुदाते थे जो बातें दिल के कोने से निकलने को बेताब थीं शांत रहकर उन्हें दिल ही दिल में दबाये जाते थे ।
दिनाँक : 07.03.2022समय : रात 11: 00 बजेप्रिय सखी,जाग रही हो ना! सही है, उल्लूक प्रदेश के हम जैसे लेखक और कवि रातों को जागकर ही लेखन करते हैं क्योंकि दिन में तो बहुत काम ह
तेरी तिरछी मुस्कान ने, गजब का जादू किया आंखों ही आंखों में तूने, दिल मेरा चुरा लिया मस्तानी चाल ने तेरी, तूफां दिल में उठा दिया गुलाबी बदन की खुशबू ने, पागल बना दिया अब तो सिर्
दिनांक : 05.2.2022समय : शाम 5 बजेप्रिय डायरी, गर्मियों की सुगबुगाहट के उपरांत अब उसकी तेज आवाजे भी सुनाई देने लगी हैं। सामने पार्क में कराटे करते छोटे छोटे बच्चे चिल्ला रहे है - य्याह
जीवन में एक दिनसब बदल जायेगा हर दुख से तु मुक्त हो जायेगा ना रहेगी टेंशन ना रहेगी पेंशनसब यही छोड़ जायेगा बस कुछ दिनों के लिएनाम तेरा रह जायेगा फिर तो वह भी किसी को याद नही आय
कौन नहीं है मंगता जग में -------------------------- कौन नहीं है मंगता जग में, किससे किसको उम्मीद नहीं। कौन ना पावैय मोती मानुष, किसके नसीब में चून नहीं।। दर दर दरखास्त लगाते देखा, सर पटक के ह
दिनांक : 04.3.2022समय : रात 11 बजेप्रिय डायरी जी,आपरेशन गंगा के तहत पोलैंड, बुल्गारिया, रोमानिया, हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया से बच्चे भारत लाये जा रहे हैं। पता नहीं ये बच्चे इन देशों में
ऑनलाइन हुई बंद पढ़ाई, बच्चों की अब शामत आई। ऑफलाइन एग्जाम की खबर ने, बच्चों की है नींद उड़ाई। ऑनलाइन क्लास में करके बंद कैमरा, म्यूट दबा के मौज मनाई। पढ़ा नहीं कुछ भी साल भर, स्क्रीनशॉट लेकर गैलरी भर
🌹😜😜😀😂😂😂😜😜😂मित्रो एक खुश खबरी है ,जब तक हमारे न्यूज चैनलों को यूक्रेन और रूस की लड़ाई का मसाला मिल रहा है ,तब तक के लिए covid के चौथे वैरियंट को आने से रोक दिया गया है , जैस
😜😜😂मोहन लाल एक इंटरव्यू के लिए गया वहां पर सामने वाले ने पूछा ,* तुम्हारा डेट ऑफ बर्थ क्या है ,*"!!मोहन लाल कहता है ,*" सर 12 अक्टूबर को ,*"!!वह पूछता है ,*" कब आता है ,!?मोहन ,*"सर हर साल आता हैं,