प्रस्तावना दुनिया में ज्यादातर देशों में पति पत्नी के बीच में जब तक प्यार होता है तभी तक वो साथ रहते हैं ! या जब तक वो शारीरिक संबंध से एक-दूसरे से संतुष्ट रहते हैं तभी तक वो साथ रहते हैं,
"त्यौहार" अब वाट्स एप्प पर झूले वाट्स एप्प पर ही बहार ऐसे ही मनते हैं अब हमारे सारे त्यौहार 😄😁🌷🌹
ये क्या हो रहा है प्रतिलिपि जी , आप तो उंगली पकड़ते पकड़ते पहुंचा ही पकड़ने लगीं ? हमारी सारी पोल पट्टी खुलवा के ही मानोगी क्या ? और वो भी सबके सामने ? अब क्या है कि आपकी तो इज्जत है या नहीं , पता नहीं ?
पैरोडी : तर्ज : कौन दिशा में ले के चल्यो है बटोहिया इस तर्ज पर लड़का और लड़की में गीत के माध्यम से छेड़छाड़ होती है । इस पैरोडी का आनंद लीजिए लड़का : अपने दिल में थोड़ी सी जगह दे दे गोरि
लोग मुझसे जल्दी खफा हो जाते हैं क्योंकि मुझे बहाने बनाने नहीं आते हैं घुमा फिरा कर कहने की आदत नहीं सत्य कहने सुनने से सब घबराते हैं दर्द के सागर में उन्हें भी डूबे हुए देखा&nb
दिनाँक : 05.04.2022समय :रात 10:15 बजेप्रिय डायरी जी,'आजकल सभी नशे में हैं।" यह कहावत उत्तर प्रान्तों में बहुत प्रचलित है जिसका मतलब है "अपनी ईगो या शान में रहना"।लेकिन वास्तव में सभी लोग नशे में
दिनाँक : 05.04.2022समय :रात 10:15 बजेप्रिय डायरी जी,'आजकल सभी नशे में हैं।" यह कहावत उत्तर प्रान्तों में बहुत प्रचलित है जिसका मतलब है "अपनी ईगो या शान में रहना"।लेकिन वास्तव में सभी लोग नशे में
मेरी प्यारी सखी, पता है सखी, आज काम करते हुए बीच-बीच में, मैं दीदी(जेठानी) से बातें कर रही थी। अचानक तभी मेरी नजर दीदी की अंगूठी पर गई तो मैंने पूछ लिया, दीदी सोने की
5 अप्रैल 2022 मंगलवार समय 3:00 (दोपहर)मेरी प्यारी सखी कैसी हो? गर्मियां शुरु हो गई है, अपना ध्यान रखना।
आज सुबह सुबह "लेखन मंच" की सैर के लिए जा रहा था । पिछले दो वर्षों से जबसे पहली बार लॉकडाउन लगा था तबसे लेखन मंच की ही सैर कर रहा हूं । लॉकडाउन के कारण सब कुछ बंद था । बस लेखन मंच, संगीतमंच, मनोरंजन मं
बड़ा गजब का मेला लग रहा है आज । लेखन मंच ने सब लेखक लेखिकाओं को "श्रंगार" करके आने के लिए कहा है । लेखकगण को तो क्या श्रंगार करना था ? उनके पास है ही क्या जो उसका श्रंगार करें ? ले दे कर दो चार बाल बचे
🌹😜🤣😂🧐🤗पत्नी ने पति से पूछा *"सारे पति अपनी खुद की पत्नी को छोड़कर दूसरों की पत्नियों को क्यूं देखते हैं*" ??😌पति ने वाजिब जवाब दिया *"आदमी हमेशा दूसरों की गलती देखता है,,अपनी नहीं *"!!😜�
आजादी के इतने सालों बाद हमें कुछ मिला हो या न मिला हो पर एक चीज है जिस पर हर भारतीय अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझता है... वो है सड़क। सरकार भले ही कहती रहे 'सड़क किसी के बाप की नहीं है।' पर हम लोग सड़क को अप
प्रेमिका की बातें मीठी , बीवी की "शोर" लगती हैं एक "दिल की आवाज", दूसरी "मुंहजोर" लगती है "उसका" चेहरा चांद लगे पर "वह" कद्दू सी दिखती है बीवी अमावस की रात, प्रेयसी गुनगुनी भोर लगती है&nbs
आज सुबह जैसे ही हम जगे , सामने श्रीमती जी चमकते चेहरे पर चार इंची मुस्कान लिये खड़ी थीं । सुबह सुबह से ऐसा चमकता चेहरा मुस्कान के साथ नजर आ जाये तो समझो दिन बन जाता है । हमने कहा "बड़ी खूबसूरत लग रही हो
1 अप्रैल जब भी आता है , न जाने कितनों को अप्रैल फूल बना जाता है । कोई कोई ही ऐसा होगा जो इसकी मार से बच पाता है । उसे पता ही नहीं लगता है कि वह अप्रैल फूल बन रहा है । लोग कहते रह जाते हैं कि कोई उसे अ
दोस्त का कॉल आया सुन प्राइवेट बैंक में केशियर का पद खाली है ,करेगा क्या ? मस्त सैलरी है। मैंने कहा तेरी दाढ़ी में सफेद बाल आ गए हैं ना ? उसने कहा क्या ? मैंने कहा तू सुबह 8:30 -9 बजे जाता ह
"सुनो, आठ बज गये हैं । अब तो खड़े हो जाओ । आज ऑफिस नहीं जाना है क्या" ? श्रीमती जी की मिसरी सी मीठी आवाज सुनकर हम हड़बड़ा कर उठे । सामने देखा तो श्रीमती जी चाय के दो प्याले हाथ में लिये खड़ी थीं और
*हिंदी दोहा-बिषय-मंच**1*मेर मिलाय मंच मिले,ओठ मधुर मुस्कान। माला, मन का माल भीशाल मिले सम्मान।।***2*कविता पढे न मंच पेकुछ कवियों का काम।चुटकुले ,नौटंकी करे, लेते ऊंचे दाम।। ****रा