जिंदगी भी क्या है, बचपन से लेकर बुढ़ापे तक भाग-भागम, पहले अपने पैरों पर चलने की जल्दी में घुटने छिलवाए. किसी तरह चलना शुरू किया तो घर की चौखट लांघने की जल्दी. थोड़ा आगे बढ़े तो स्कूल में एडमिशन की भाग-दौड शुरू. ले देकर मम्मी डैडी ने एडमिशन करा दिया तो क्लास में आगे निकलने
हो आँखों में भले आँसू, लबों को मुस्कुराना है,यहाँ सदियों से जीवन का,यही बेरंग फ़साना है,है मन में सिसकियाँ गहरी,दिलों में दर्द का आलम,मगर हालात के मारे को महफ़िल भी सजाना है,नहीं मंजिल है नजरों में, बहुत ही दूर जाना है,थके क़दमों को साहस को,हर इक पल ही मनाना है,खुद ही गिरना-सम्भलना है,खुद ही को कोसना अ
हर घड़ी गम से गुफ़्तगू में निकल जाती है,गम अगर छोड़े कभी तो कहीं ख़ुशी से मिलूं,आँखों में अश्क़ की नदियां-सी उभर आती है,आँखों के अश्क़ रुके तो कहीं हँसी से मिलूं,राह कोई भी चलूँ जख्म हैं स्वागत में खड़े,दर्द फुर्सत दे अगर तो कहीं राहत से मिलूं,रोजमर्रा की जरूरतों से जंग जारी है,प्यास-पानी से बढे बात तो चाह
जिदंगी जैसी है यारो; खूबसूरत है,है ख़ुशी की भी ग़मों की भी जरुरत है,ना चला है जोड़ जीवन में किसी भी वीर का,वक़्त के साम्राज्य में किसकी हुकूमत है ?बचपना, क्या बुढ़ापन,कैसी जवानी है,तेरी-मेरी, यार सबकी इक कहानी है,मुस्कुराहट खिल रही थी जिन लबों पे कल तलक ,आज उन आँखों में भी खामोश पानी है,था कही जिन आँखों
चाहे फेरे लेलो या कहो क़ुबूल है....... अगर दिल में प्यार नहीं तो सब फिजूल है......
विलियम शेक्सपियर ने कहा था कि जिंदगी एक रंगमंच है और हम लोग इस रंगमंच के कलाकार! सभी लोग जीवन को अपने- अपने नजरिये से देखते है| कोई कहता है जीवन एक खेल है, कोई कहता है जीवन ईश्वर का दिया हुआ उपहार है, कोई कहता है जीवन एक यात्रा है, कोई कहता है जीवन एक दौड़ है और बहुत कुछ|
जिंदगी जब दर्द देती है तब जिंदगी का मतलब सीखते हैं.और जब दुसरे लोग लड़ते हैं तब लड़ना सीखते हैं.जब अपने साथ ना दें तो रोना सीखते है.और जब अपना साथ ना दे तब इस दुनियाँ को सीखते हैं.
Related 10 Chijen Jisme Ham Apna Time Waste Karte Hain ! ~ WikiHi
जब दर्द न था,जिंदगी का पता न था । अब लंबी उम्र की दुआ ,ख़ौफ़ज़दा करती है । अपनी मर्ज़ी से मैं, न आया, न जाऊँगा । होगी विदाई बिना मर्जी । पुकारता हूँ तो वो नहीं सुनता ,क्यों आवाज़ दूं उसे ,ए जिंदगी । दिखलाके आइना ,चेहरा उसे दिखाए कोई । सुनते है बड़ा मोम है । मैं बेतजुर्बा हूँ । मुझे मालूम नहीं ।