सादर शुभदिवस मित्रों, आज एक क्षेत्रीय गीत “खेमटा” आप सभी को सादर निवेदित है.........
“खेमटा”
बताव पिया कइसन राग मल्हार
सुनाव पिया काइसन राग मल्हार॥
बिन बदरा सूनी बरशे बदरियाँ
काली घटा घिरी आय संवरिया
जब गाए ध्वनि स्वर सुर सितार.....बताव पिया कइसन राग मल्हार
पूरब गइली पश्चिम न देखली
तोहरी सुरतिया हिया लगवली
काहें नाही उड़ल अचरा हमार......बताव पिया कइसन राग मल्हार
कोख हरी लय लौटी है सखियाँ
हंसी के बोले सुना आप बतिया
अब कब बरसी अंगना हमार....... बताव पिया कइसन राग मल्हार
महातम मिश्र