23 जून 2015
62 फ़ॉलोअर्स
मै महातम मिश्रा, गोरखपुर का रहने वाला हूँ, हाल अहमदाबाद में भारत सरकार में सेवारत हूँ |D
सादर आभार शब्द नगरी संगठन महोदय, आप को यह रचना पसंद आयी मेरा लिखना सार्थक हुआ | सदैव आप के मार्गदर्शन का आकांक्षी महातम मिश्र
25 जून 2015
हार्दिक आभार सह धन्यवाद श्री मंजीत सिंह जी आप को यह गजल पसंद आयी मेरी कलम धन्य हों गयी मान्यवर, इसी तरह अपना स्नेह बनायें रखिये और मेरा मार्गदर्शन करते रहिएगा......
25 जून 2015
सच में शायद हम सब अपने जीवन में मगन हो चुके है .... इसीलिए शेहेर इतने आबाद और गाँव वीरान है
24 जून 2015
सुंदर रचना! बधाई !
24 जून 2015