“चइता- गीत
सखी मन साधि पुरइबे हो रामा, चइत पिया अइहें
ननद जेठानी के ताना मेंहणा
नाहीं पिया भेद बतईबे हो रामा। चइत पिया अइहें.....
अनिवन बरन जेवनार बनईबे,
सोनवा की थाल जिमइबे हो रामा॥ चइत पिया अईहें......
पनवा गिलौरी लवंग इलायची
बिरवा इतर लगइबे हो रामा॥ चइत पिया अईहें......
सोरहों शृंगार साधि सेजिया पर
आभा मुख दुलरइबे हो रामा॥ चइत पिया अईहें.....
महातम मिश्र (गौतम)