15 सितम्बर 2015
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आकाशवाणी के कानपुर केंद्र पर वर्ष १९९३ से उद्घोषक के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहा हूँ. रेडियो के दैनिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त अब तक कई रेडियो नाटक एवं कार्यक्रम श्रृंखला लिखने का अवसर प्राप्त हो चुका है. D
अर्चना जी, हार्दिक आभार !
15 सितम्बर 2015
कई दफ़ा काँधे पर हाथ रखा करता था वो चुपके से आकर। हर तस्वीर मुकम्मल कर जाता था। बहुत ही ख़ूबसूरती से अहसास को लफ्जों में पिरोया है
15 सितम्बर 2015