13 जुलाई 2015
कृषक भाइयों की यथास्थिति पर सार्थक रचना ! धन्यवाद !
14 जुलाई 2015
सच है , इस अन्नदाता के ऊपर ही सियासी खेल चलते है ... जब ये ही न होंगे तो क्या होगा .. भगवन इनकी मदद करें ... इस साल अच्छी वर्षा हो ...
13 जुलाई 2015
बिल्कुल सटीक राघवेंद्र कुमार जी धरतीपुत्र वाक्य में ही तिरस्कृत है
13 जुलाई 2015