प्यार से प्यारे हो तुम....
प्यार से प्यारे हो तुम
ऐ सनम ऐ सनम ।
तू ही मेरी है सुबह
तू ही मेरी शाम है ।
तू ही मेरा है दिन
तू ही मेरी रात है ।
देखकर तुझको ही दिल
होता है ये रोशन ।
प्यार से प्यारे हो तुम
ऐ सनम ऐ सनम ।
तुम नज़र आते हो
हमको चाँद तारों में ।
टिमटिमाकर क्या
बताते हो इशारों में ?
तुम ही मेरी प्रीति हो
तुम हो मेरा तन बदन ।
प्यार से प्यारे हो तुम
ऐ सनम ऐ सनम ।
तुम हवा का हो वो झोंका
जो जहाँ मदहोश कर दे ।
प्यार की खुशबू लुटाकर
हर जवां में प्रेम भर दे ।
तुम हो फूलों की हँसी
तुम से महका है चमन ।
प्यार से प्यारे हो तुम
ऐ सनम ऐ सनम ।
तुम हो सावन की घटा
जिस पर है सबकी नजर ।
नाचता वन-वन मयूरा
तेरे प्यार में गा कर गजल ।
तुम हो बारिश की फुहारें
जो प्रफुल्लित कर दे मन ।
प्यार से प्यारे हो तुम
ऐ सनम ऐ सनम ।
तुम हो खिलता एक कमल
दरिया की गोद में ।
देखकर तुमको खुदा भी
रह सका ना होश में ।
तुम ही हो गुलशन हमारा
है तुमसे हर मौसम ।
प्यार से प्यारे हो तुम
ऐ सनम ऐ सनम ।।