कलेक्टर और एस पी साहब सामने स्टेज पर सजी दो कुर्सियों पर बैठ गये । उनके बैठने के बाद समस्त अधिकारी भी अपने अपने स्थान पर बैठ गये । कार्यक्रम का संचालन एक विद्यालय के हिन्दी के व्याख्याता आनंद राज "दुख
यह कैसा दौर है सफर का अब मिले भी या ना मिले , एक अनजान सफर में चलने की गुजारिश सी हो गयी ..... देखो यहां कौन किसके लिए रुका है इस जहां में , आगे बढ़ते रहने की फितरत जुनून सी हो गयी... सपनों के
ज्ञान का गुरुकुल - 1 आज सुबह सुबह श्रीमती जी से बहस हो गई । अजी , बहस करने की हिम्मत कहां है हमारी । यों कहो कि कहा सुनी हो गई । कहा सुनी का मतलब तो आप सभी ज्ञानी लोग जानते ही हैं कि कहने व
"बाड़ाबंदी" की सफल ईवेंट होने के बाद कलेक्टर अविनाश का रुतबा अचानक बढ गया । मुख्यमंत्री जी के प्रधान सचिव ने स्वयं फोन करके उसकी तारीफों के पुल बांध दिए और कहा "पहली पोस्टिंग के शुरुआती दिनों में ही ज
भाग 30रामखिलावन की बात सुन प्रिया को अच्छा नही लगता है, ,**!!वह कहती है ,*" सर आज तो पढ़ाई नही कर पाएंगे ,आप चाहे तो रुकिए या फिर शाम को आ जाइए ,और ये जो गिफ्ट मिला है ना वह मत पहन कर आना जो मैने दिया
भाग 29जे पी सिंह के बहुत गिड़गिड़ाने पर धानी लेटर साइन करती है ,!!जे पी सिंह उस से कहता है,"" तुमने आज मेरे लिए जो किया हैं ना वह में कभी भूल नही सकता ,अब ये तो फिक्स हो गया की मेरी कोई भी फिल्म
भाग 28मंजू रामखिलावन को मिठाई लाकर खिलाती है, और कहती है ,*"बहुत बहुत शुक्रिया मास्टर जी ,हमारे इस बुद्धू पतिदेव को अकल देने के लिए ,अब मैं शुकून की मौत मार सकूंगी ,वरना मरने के बाद मेरी आत्मा भ
भाग 27रामखिलावन की दलीलें सुन कर ,प्रियंका भौचक्की सी रह जाती है , उसे लगता है कहा उसने गलत तार को छेड़ दिया ,!!वह कहती है ,*" देखो , खिलावन जी ,आप बार बार मुझपार अहसान मत लादिए कभी आप भी सड़क प
भाग 26 मौसी के बुलाने पर सभी लोग बाहर आते हैं , तभी कुमुद भी आ जाता है , वह प्रियंका को देख चौकता है ,,!!कुमुद कहता है ,*" मरखनी गाय सीधी हो गई क्या ,!?रामखिलावन धीरे से उसके कान में &
भाग 25 रामखिलावन बुझे मन से सारा के सोसाइटी से बाहर आता है , फिर अपने घर कॉल करता है ,तो करुणा फोन उठाती है ,वह चहकती हुई कहती है ,*" भईया गोड़ लगातानी , इंजा त कुंवर साहब का बाद नाम हो गइल
मुक्तक रिश्तों को सबने मतलब की तराजू में तोला है जिससे मतलब निकल गया उसे बाय बोला है तब तक वे मेरे साथ थे जब तक इशारे पे चला खुद को अकेला पाया जब भी ये मुंह खोला है
लाइफलाइन कहावत है "बिन गृहणी घर भूतों का डेरा" । इस पर आज सुबह सुबह बहस हो गई । श्रीमती जी बोलीं "अगर मैं नहीं रहूं तो यह घर भूतों का डेरा बन जाएगा । आपने कभी मेरी वैल्यू नहीं समझी मगर आपको पता च
डायरी सखि, आज तो बहुत दिनों के बाद तुमसे मुलाकात हो रही है सखि । इतने विलंब से मिलने का कारण वही है सखि जो मैंने तुम्हें पहले बताया था । मैं अपनी दूसरी पुस्तक "यक्ष प्रश्न" के लिये रचनाओं की प्रू
भाग 24सब चाय नाश्ता करते है , मौसी जी अपने भतीजे की तारीफ पर तारीफ किए जा रही थी ,!!जे पी सिंह कहते हैं ,*" कमलेश बाबू अब हमे आज्ञा दीजिए , हम चलेंगे ,*"!!रामखिलावन कहता है , *" हमे भी तो चलना है , पू
भाग 23 रामखिलावन की बात सुन धानी उसकी ओर देख कर कहती है ,*" एक बात तो है ,जो तुमसे शादी करेगी वह बहुत खुश रहेगी ,तुम बहुत केयरिंग पर्सन हो , *"!!रामखिलावन कहता है ,*" देवी जी मैं औरों को तरह कभी
भाग 22सुबह सुबह जल्दी से सज धज कर रामखिलावन जे पी सिंह के घर सामान लेकर पहुंचता है ,*!!जे पी सिंह उसे देख बहुत खुश होते है ,रामखिलावन उनके पैर छूते हुए कहता है, *" देवता प्रणाम , आप एक ही बार में बता
भाग 21रामखिलावन की बात सुन प्रिया कहती है ,**काश आप जैसा समझदार सभी होते तो किसी को प्रोब्लम ही नही होती , *"!!रामखिलावन कहता है ,*" में तो तैयार हूं पर मुझसे तो कोई शादी करने को तैयार हो , ,*"!
भाग 20सारा रामखिलावन को खोया देख उसे सुना देती है , तो वह हड़बड़ा कर उसे पढ़ाने लगता है , !!सारा का क्लास समाप्त होने के बाद वह निकलने लगता है तो सारा उसके पास आकर कहती है ,*" मुझे माफ करिएगा गुरु जी
भाग 19रामखिलावन कहता है ,*" मुझे कोई समस्या नहीं है , मैं तो आज से ही पढ़ाना शुरू कर दूंगा ,*"!!श्रद्धा कहती हैं ,*" ठीक है , तो आज से ही आप आ जाइए ,*"!!प्रिया रामखिलावन को देखती है और कहती है ,
भाग 18रामखिलावन की बात सुनकर प्रिया को अच्छा लगता है ,वह कहती है ,*" काश आप जैसी सोच वाले सभी होते , मैने तो सोच रखा है ,जब भी शादी करूंगी किसी अच्छे इंसान से करूंगी ,उसके पैसे और सुंदरता से नही ,पैस