सुबह हो या फिर शाम हो
लबों पे बस तेरा नाम हो
हर काम में हम साथ हो
सपनों के तुम राजदार हो
लोगबाग तुझे भले महाकौल कहें,
तुम बस एक मेरे श्याम हो
डॉ. कवि कुमार निर्मल
7 जनवरी 2020
सुबह हो या फिर शाम हो
लबों पे बस तेरा नाम हो
हर काम में हम साथ हो
सपनों के तुम राजदार हो
लोगबाग तुझे भले महाकौल कहें,
तुम बस एक मेरे श्याम हो
डॉ. कवि कुमार निर्मल
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