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मेरा वो मतलब नहीं था

11 जनवरी 2020

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"मेरा वो मतलब नहीं था " (व्यंग्य)

"जामे जितनी बुद्धि है,तितनो देत बताय

वाको बुरा ना मानिए,और कहाँ से लाय"


देश में धरना -प्रदर्शन से विचलित ,और अपनी उदासीन टीआरपी से खिन्न फिल्म इंडस्ट्री के कुछ अति उत्साही लोगों ने सोचा कि तीन घण्टे की फिल्म में तो वे देश को आमूलचूल बदल ही देते हैं तो क्यों ना वास्तव में वो देश चलाने को सोचें। वैैसे सोचना उनको नही था।सोच -विचार के लिए स्क्रिप्ट राइटर बैठे हैं और करने के लिए तो उनके डुप्लीकेट हैं ही ,सो उन्होंने रिहर्सल शुरू कर दिया ।फिल्म सिटी में सेट लगाया गया ।और ये तय किया जाने लगा कि मंत्रिमंडल में कौन सा पद किसको दिया जाए।डमी के तौर पर फिल्मसिटी मुम्बई में सेट लगाया गया।संसदीय मामलों के लिये और सूचना -प्रसारण मंत्रालय के लिये सर्वसम्मति से कॉमेडियन कपिल शर्मा को चुना गया। वैसे तो वो टीवी टायकून हैं।मगर एक फिल्म में हीरो के तौर पर आ चुके हैैं।

लेकिन यूट्यूब पर एक पत्रकार को हड़काने, गरियाने और फिर डिप्रेसन का बहाना बनाकर गले लगाने के कारण वो इस लायक समझे गये।वो इस बात को साबित करने में माहिर हैं कि मेरा वो मतलब नहीं था ।सभापति के रूप में अमिताभ बच्चन के लिये चुना गया ,लेकिन उन्होंने बिना पैसा लिए रिहर्सल में आने से इंकार कर दिया,सो अनुराग कश्यप को ये जिम्मेदारी मिली,उन्होंने ट्विटर की शपथ ली कि वे चाहे जितनी कसमें खा लें ,ट्वीट ना करने की ,मगर इस सदन की कार्यवाही को ट्वीट करते रहेंगे।लेकिन चूंकि उन्हें सबकी फिल्मों के निर्देशन से कमाना है ।इसलिये वो यहां किसी की बात को काटेंगे नहीं ,सिर्फ बींप बजायेंगे।सब अपने अपने अस्सिटेंट लेकर सदन में पहुंचे,सबको छूट थी कि वो अपने डायलॉग या तो खुद बोले या उनका असिस्टेंट रिकॉर्ड कर दे ,बाद में वीडियो मिक्सिंग करके उसे ट्वीटर पर डाल दिया जाएगा।सभापति अनुराग कश्यप ने सबसे पहले इशारा किया ।

आलिया भट्ट -"मैं भारत के राष्ट्रपति मोदी जी और प्रधानमंत्री कोबिन्द जी ,वित्त मंत्री जेटली साहब,,,,"

(बींप,बींप,बींप)

आलिया का असिस्टेंट -"कामनवेल्थ देशों के अलावा भारत की इकोनॉमी गल्फ देशों के साथ व्यापार में तेजी से तरक्की कर रही है ।आईएमऍफ़ ने इंडिया की ग्रोथ फोरकास्ट 6 परसेंट का अनुमान लगाया है ।हम 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी जल्द बनेंगे।

(कट,ओके,नाइस ,,,,,तालियां बजती हैं )

सोनम कपूर-मैं दुनिया की सबसे सुंदर महिला तो नहीं हूँ,मगर दुनिया की सबसे सुंदर महिलाओं में से एक हूँ।मेरा हैण्ड बैग दो बार चोरी हो गया है ।"

(बींप,बींप,बींप

असिस्टेंट -एक लेडी का बैग दो -दो बार चोरी हो जाता है ,ये वो इंडिया नहीं है जिसमें मैं पली बढ़ी हूँ।ये महिलाओं के सम्मान और हक की लड़ाई है ।भारत की लड़कियां अब किसी से पीछे नहीं हैं ,तो ब्रिटिश का जुल्म हम बर्दाश्त नहीं करेंगे ।इन अंग्रेज़ो को भारत की बेटी का बटुआ लौटाना होगा।गवर्नमेंट को ये मुद्दा कॉमनवेल्थ फोरम पर उठाना चाहिये,देश की बेटियों के हक का सवाल है '

(कट,ओके,ब्रिलियंट,,)

वरुन धवन -"पुश अप्स ,डांसिंग और पप्पा का कॉम्बिनेशन हो तो सलमान भाई की सक्सेस जुड़वाँ 3 में रिपीट हो सकती है "

बींप-बींप-बींप


असिस्टेंट-"हमारे यूथ गेम्स से बहुत से युवा निकल रहे हैं।गवर्नमेंट के फिट इंडिया मूवमेंट के लिये मैं लुमियरे की सेवाएं देने को तैयार हूँ ।हमारे युवा,पढ़ाई करें या ना करें मगर हेल्दी डाइट लें,पापा के पैसे पर और वर्कआउट जरूर करें ,तभी देश ओलिम्पिक में मैडल ला सकेगा ।

(कट,ओके,परफेक्ट,,)

सोनाक्षी सिन्हा -पिता के संस्कार,माता का प्यार,लव-कुश जैसे भाई,शत्रुघ्न पिता,राम,भरत,लक्ष्मण जैसे चाचा, रामायण में निवास,,,,'

(खामोश,खामोश,खामोश की ध्वनि के साथ बींप -बींप की आवाज़ आती है )

असिस्टेंट-भारत के संविधान के आर्टिकल 42 के संशोधन के बाद हमारी संवैधानिक संस्थाएं बेहद मजबूत हुई हैं।सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार सबको अभिव्यक्ति की आज़ादी है।ट्रोलर्स ने मुझे ट्रोल करके फिल्म फ्लॉप करवाई।दबंग3 सौ करोड़ कमाती तो देश को कितना राजस्व मिलता।सिनेमा अब उद्योग है ,इसलिये सरकार को अपना रेवेन्यू बढाने के लिये फिल्मों के हिट होने के का रास्ता क्लियर करना होगा और हीरोइनों के ज्ञान का टेस्ट लेने पर रोक लगानी होगी।ये सवाल नायकों से भी पूछे जाए शाहरुख़,सलमान,,,"

(खामोश,कट,ओके)

अभिषेक बच्चन -"यहां भी परिवारवाद होना चाहिए कि सुपरस्टार का लड़का ही सुपरस्टार बने।भाई -भतीजावाद से पहले बेटा-बेटीवाद को आश्रय और आरक्षण मिले ''।

(बींप,बींप,बींप,,,)

असिस्टेंट -"सम्मान,परम्परा,अनुशासन ये तीन चीजें हैं जिनसे हमारी महान भारतीय परंपरा का निर्माण हुआ है ।हमारे पारिवारिक मित्र करन जौहर इस पर फ़िल्में बनाते हैं जिसमें पूरे परिवार की हर स्त्री-पुरुष को रोल मिल जाता है।हम इतने उदार हैं कि पिता एक राजनैतिक पार्टी के प्रति आकृष्ट हो सकता है,और माता दूसरी पार्टी में काम कर सकती है।ये हैं हमारी परम्पराएं"।

(कट,ओके,फाइन)

स्वरा भास्कर खड़ी होती हैं तभी आवाज़ आती है

(लीड रोल आर्टिस्ट्स विल स्पीक ओनली)

स्वरा बुदबुदाते हुए बैठ जाती हैं और कुढ़ती रहती हैं।

दीपिका-मुझे ज्यादा समझ नहीं है इन मामलों की।अभिनय में तो लेडी अक्षय कुमार हूँ ,लेकिन बिना मीडिया सलाहकार के बोलना,,,"

(बींप,बींप ,,,स्पीक नथिंग,स्माइल ओनली,इट विल वर्क)

दीपिका- "बड़ी बात ये नहीं है कि क्या बोलना है और किस पर बोलना है ।ये तो मुझे पता भी नहीं है ,बल्कि बड़ी बात ये है कि हम यहां बोलने के लिए खड़े हुए हैं "।

रणवीर सिंह -"दीपिका चलो ,दिल्ली में हमें एक बहुत बड़े मंत्री जी से मिलना है ।"

दीपिका टू असिस्टेन्ट -"बाकी तुम बोल देना या मत बोलना सिर्फ खड़ी रहना ।मैं जा रही हूँ ,जहाँ पिया ,वहाँ मैं "।

ये कहकर दीपिका,रणवीर सिंह का हाथ पकड़े हंसते हुए चली जाती हैं।

(बींप,रुको,सुनो,,,,की आवाज़ आती रहती है ,मगर दीपिका -रणवीर सिंह पलट कर नहीं देखते)

तब तक कपिल शर्मा दौड़ते हुए आते हैं और हंसते मगर हाँफते हुए कहते हैं

'किसी ने इस रिहर्सल की लाइव स्ट्रीमिंग शुरू कर दी है ।ट्विटर पर लोग हमारी फिल्मों और शोज की बॉयकॉट करने की धमकी दी और बॉयकॉट ट्रेन्ड कर रहा है ,हमारे प्रोड्यूसर्स भी नाराज हो रहे हैं। पब्लिक भड़क गयी है अब ना जाने अब क्या होगा ?

तब तक एक बन्दा हाथ में एक नोटिस लेकर आता है और कहता है "इधर सेट की बुकिंग सिर्फ एक घण्टे की थी ,शिफ्ट पूरी हो गयी ।तुरंत ये जगह खाली करो दूसरी पार्टी की बुकिंग है।दूसरी पार्टी को इधर धरना -प्रदर्शन करने और नारे लगाने की रिहर्सल करना है ।वैसे एक बात समझ में नहीं आता तुम लोग रिहर्सल इधर करते हो ,तो परफॉर्म किधर करते हो ?

सबके चेहरे लटके हुए थे ,वो बन्दा इन लोगों को देखकर खुद डिप्रेस हो गया और वहाँ से तुरंत चला गया।सभी ने सामूहिक स्वर में पूछा -

"अब क्या होगा,इस पब्लिक की नाराजगी का ।"

कपिल ने कहा "एक रास्ता है अगर ये साबित हो जाए कि आपने जो कहा ,उससे आपको वो मतलब नहीं था "।

"ये साबित होगा कैसे "सबने सामूहिक स्वर में पूछा?

"रिहर्सल तो आप लोगों ने मुफ्त कर दी है ,लेकिन मैं परफॉरमेंस मुफ्त नहीं करूंगा,बारी बारी से सबको अपने शो पर बुलाऊंगा ,और फिर आप लोग पब्लिक,मीडिया को समझा देना कि "वो कहने से मेरा वो मतलब नहीं था "।

"क्या ऐसा हो पायेगा "सभी ने सामूहिक स्वर में पूछा ?

"आजकल ऐसा ही हो रहा है ,जिसे देखो कुछ भी कह देता है ,फिर विवाद होता है तो कहने लगता है कि "मेरा वो मतलब नहीं था "।

"और अगर पब्लिक फिर पलट कर तुम बिगड़ गयी तो और तुम्हारे ही शो का बॉयकॉट शुरू कर दिया तो? भीड़ में से किसी ने पूछा?

"तो मैं भी तब यही बात अपने लिए कह दूंगा कि मेरा वो मतलब नहीं था "।कपिल शर्मा ने हँसकर हुए आँख मारते हुए कहा ।

आपने इसका मतलब समझा क्या ?

समाप्त,,,,,,कृते-दिलीप कुमार ,

Email -jagmagjugnu84@gmail.com

























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वर्क फ्रॉम होम ,(व्यंग्य)आये दिन अख़बारों में इश्तहार आते रहते हैं कि घर से काम करो ,घण्टों के हिसाब से कमाओ,डॉलर,पौंड में भुगतान प्राप्त करो।जिसे देखो फेसबुक,व्हाट्सअप पर भुगतान का स्क्रीनशॉट डाल रहा है कि इतना कमाया,उतना माल अंदर किया ।महीने भर की नौकरी पर एक दिन वेतन पाने वाला फार्मूला अब आदिम लगन

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घर बैठे बैठे

21 मार्च 2020
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"घर बैठे -बैठे"(व्यंग्य)"पुल बोये से शौक से उग आयी दीवारकैसी ये जलवायु है हे मेरे करतार"दुनिया को जीत लेने की रफ्तार में ,चीन ने ये क्या कर डाला ,जलवायु ने सरहद की बंदिशों को धता बताते हुए सबको घुटनों पर ला दिया है ।इस स्वास्थ्य के खतरे ने भस्मासुर की भांति सबको लपेटा और

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मेहँदी लगा कर रखना

4 अप्रैल 2020
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" मेहँदी लगा कर रखना" (व्यंग्य )"मैं इसे शोहरत कहूँ,या अपनी रुस्वाई कहूँ,मुझसे पहले उस गली में ,मेरे अफसाने गये" अपनी तारीफ सुनने से वंचित और और अति व्यस्त रहने वाली नये वाले लिटरैचर विधा की मशहूर भौजी ने खाली बैठे बैठे उकताकर अपनी पुरानी ,विधाबदलू ननदी को फोन लगाया ,भौजी का फोन देखकर ननद रॉनी

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पंडी आन द वे

25 अप्रैल 2020
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पंडी आन द वे (व्यंग्य) जिस प्रकार नदियों के तट पर पंडों के बिना आपको मोक्ष की प्राप्ति नहीं हो सकती, गंगा मैया आपका आचमन और सूर्य देव आपका अर्ध्य स्वीकार नहीं कर सकते जब तक उसमें किसी पण्डे का दिशा निर्देश ना टैग हो, उसी प्रकार साहित्य में पुस्तक मेलों में कोई काम संहित्यिक पंडों और पण्डियों के बिना

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वादा तेरा वादा

10 मई 2020
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“वादा तेरा वादा” “परनिंदा जे रस ले करिहैं निसच्य ही चमगादुर बनिहैं” अर्थात जो दूसरों की निंदा करेगा वो अगले जन्म में चमगादड़ बनेगा।परनिंदा का अपना सुख है ,ये विटामिन है ,प्रोटीन डाइट है और साहित्यकार के लिये तो प्राण वायु है ।परनिंदा एक परमसत्य पर चलने वाला मार्ग है और मुफ्त का यश इसके लक्ष्य हैं।चत

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चाँद और रोटियां

14 जून 2020
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चाँद और रोटियां (व्यंग्य)प्रगतिशीलता के पुरोधा,परम्पराओं को ध्वस्त करने वाले कवि करुण कालखंडी जी देश में मजदूरों के पलायन से बहुत दुखी थे ,उन्होंने लाक डाउन के पहले दिन से बहुत मर्माहत करने वाली तस्वीरें और करुणा से ओत प्रोत कविताएं लिखी थीं ।वो सरकार पर बरसते ही रहे थे क

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