ऐसे बेदिमाग़ लोगों पर पैसा खर्च करके क्या फ़ायदा, जिनकी नज़र में इंजीनियरिंग पढ़ा लिखा अरविंद केजरीवाल अगर evm पर शक जाहिर करे, तो ये पढ़े लिखे लोग ही उसे चुप कराने या उसकी आवाज़ दबाने के लिए जोर से शोर मचा देते हैं।
और, इसी evm के temperproof होने का ऐलान अगर बमुश्किल आठवीं पास अन्ना हज़ारे साहब करें, तो उनकी बात ब्रहमसत्य हो जाती है !!!
जब आपकी # शिक्षा _पद्धति सिर्फ #भेड़ें ही तैयार करती है, शेर को नहीं, तो ऐसी ज़बरदस्त तार्किक और scientific temper वाली भेड़ों से आपको क्या फ़ायदा ??
मेरे विचार में दूसरे सूबों के सीएम महोदयों को भी फ़ौरन यही क़दम उठाकर देश के resources को बचाना चाहिए।
ऐसी शिक्षा तो स्कूलों में जाने से बेहतर हम लोग सत्संग-प्रवचन, ज़िक्र-चर्चा आदि सुनकर और भी बेहतर लेवल की पा सकते हैं।
मेरा मशविरा होगा कि इस तरह से जिस भी स्टेट मेंं जितने भी पैसे बचें, उनसे फ़ौरन #स्वदेशी_घंटे बनाए जाएं, हम बजाएंगे !!!!
मूल लेख : हंसमुख रामीना