मप्र के उन्नतशील किसानों ने इजराइल के तेल अबीब शहर में हाल ही में संपन्न हुए अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में हिस्सा लिया। दरअसल इन किसानों ने इस बात को समझा है कि खेती में पान ी और तकनीक का बेहद महत्व है। इजराइल का किसान संपन्न होने के साथ-साथ दुनिया में मॉडल इसलिए बन गया है क्योंकि वहां अशुद्ध पानी को शुद्ध कर उसे खेती के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है। इतना ही नहीं पानी की सुरक्षा और उसके प्रति संरक्षण का अभाव वहां के किसानों में बेहद है। धार जिले के धामनोद क्षेत्र के उन्नत कृषक राम पाटीदार एक ऐसे किसान है जिन्होंने जलसंवर्धन व पर्यावरण के प्रति महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। इजरायल वर्षों से जल संरक्षण की दिशा में कार्यरत है। वर्षों तक बूंद-बूंद पानी का संरक्षण करने की वजह से ही आज इजरायल के पास पानी की कोई समस्या नहीं है। अपनी स्थापना के बाद से ही पानी की कमी से जूझ रहा इजरायल आज दूषित पानी को रीसाइकल करने के मामले में वर्ल्ड लीडर है।
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उन्होंने बताया कि एग्रिटेक नामक इस आयोजन में इजराइल जाने का मौका मिला। जहां पर हमने इस बात को समझा है कि वहां की सरकार किसानों को सड़क, पानी और बिजली पहुंचा रही है। किसान इसलिए समृद्ध होते जा रहा है। एग्रिटेक के माध्यम से फिल्ड भ्रमण में एक महत्वपूर्ण बात यह सामने आई है कि शहरों के गंदे पानी को उपचारित करके उसे किसानों को उपलब्ध कराया जाता है। खारे पानी वाले इस क्षेत्र में पानी को शुद्ध कर किसानों को मुहैया कराया जाना एक क्रांति है। साथ ही महत्वपूर्ण रूप से बात यह है कि किसान इस उपलब्ध पानी की एक-एक बूंद का सदुपयोग करता है।
इजरायल घरों से निकलने वाले 85 फीसदी अवशिष्ट पानी को रीसाइकल कर फिर से उपयोग के लायक बनाता है, जिसका इस्तेमाल खेती के लिए किया जाता है। आज दुनिया के कई देश पानी की कमी का सामना कर रहे हैं। इजरायल इन देशों में पानी की कमी का समाधान करने के लिए अपना अनुभव और अपनी प्रौद्योगिकी साझा करना चाहता है।