मनुष्य के शरीर में रक्त का संचार सुचारू रूप से होता है । हृदय से शरीर तक या शरीर से हृदय तक रक्त पहुचाने में धमनियों व शिराओ का योगदान है। रक्त हमारे शरीर का मुख्य तत्व है। भोजन ग्रहण करने से लेकर पाचन व रक्त बनने में शरीर को कार्य करना पड़ता है। बड़ी आंत द्वारा पचे भोजन के पोषक तत्व को अवशोषित कर लिया जाता है। जो शरीर के सभी अंगो में वितरित हो जाता है। खून का बहना शरीर में जरूरी होता है न खून पतला होना चाहिए न गाढा होना चाहिए। शरीर के अंग स्वस्थ होने पर रक्त बनता है जो जीवन के लिए उपयोगी है। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि अभी तक खून बनाने वाली कोई मशीन नही बनी हैं। न ही वैज्ञानिक भोजन को पचा पाने की कीमिया या यंत्र खोज पाए हैं। हमारे शरीर में भोजन पच पाता है ये किसी चमत्कार से कम नहीं।
विज्ञान ने रक्त के कई प्रकार बताए हैं। जैसे A,B,AB,O नेगेटीव व पोजिटिव दोनो पाए जाते हैं। सार्वग्राही रक्त AB ग्रुप को कहा जाता है।जो सबका ब्लड ले सकता है । सर्वदाता रक्त O ग्रुप को कहा जाता है जो सबको ब्लड दे सकता है। प्राय: संसार में सभी ब्लड ग्रुप के लोग मिलते है लेकिन AB नेगेटीव व B नेगेटीव ब्लड ग्रुप वाले कम ही मिलते हैं।
कोई भी स्वस्थ व्यक्ति अपना रक्त डोनेट कर सकता है। डोनेट किए गए खून को स्टोर कर रखा जाता है और उचित रोगी को जरुरत पड़ने पर दे दिया जाता है। ब्लड बैंक में सभी ग्रुपो वाले रक्त स्टोर कर रखते है जो किसी का जीवन बचा सकते है। हमे ब्लड देने वाले व्यक्ति का आभार प्रकट करना चाहिए। 14 जून को विश्व रक्त दाता दिवस मनाया जाता है। स्वैच्छिक रक्तदान देने वाले को कृतज्ञता व धन्यवाद देने के उद्देश्य से यह दिवस मनाया जाता है। विश्व रक्तदाता दिवस 2023 का नारा या थीम “Give blood, give plasma, share life, share often.” है।यह थीम नियमित रूप से रक्त और रक्त उत्पादों की सुरक्षित और टिकाऊ आपूर्ति बनाने के लिए रक्त या रक्त प्लाज्मा देने के महत्व पर प्रकाश डालता है जो हमेशा दुनिया भर में उपलब्ध हो सकता है, ताकि सभी जरूरतमंद रोगियों को समय पर जीवन रक्षक उपचार मिल सके।
"भाग्यशाली है वो जिसे समय पर खून मिल जाता है ।
धन्यभागी है वो जो समय पर खून दे जाता है।"
save tree🌲save earth🌏&save life❤