हैलो सखी ।कैसी हो।मै अच्छी हूं।अबकी बार तो हर रोज मुलाकात संभव ही नही हो रही है ।दो से तीन दिन का अंतर हो ही जाता है ।अब तुम्हें पता है सखी मै कितना व्यस्त रहती हूं।सुबह सुबह भाग दौड़ लगी रहती है। फिर
कृष्ण की बात हो याद आएगा सुदामा,एक राजा तो गरीबी में जूझता सुदामा। द्वारका पहुंच कृष्ण से मिलना चाहा,पर द्वारपाल ने हाथ ना पकड़ाया।बार बार मित्रता की दुहाई सुन द्वारपाल माने,राजा कृष्ण को चले संद
प्रिय सखी ।कैसी हो ।मै अच्छी हूं।लो अपने वादे के मुताबिक मैंने इंट्रो मे जो बात कही थी कि कुछ विशेष है इस महीने तो लो वो विशेष आज के दिन ही है ।आज जन्माष्टमी भी है और हमारा जन्मदिन भी।कुछ कुछ मेरे अस
कृष्णा एक बार फिर आ,अपनी बाँसुरी से प्रेम धुन बजा। निश्चल प्रेम जिसे हम भूल चुके हैं,सब मैं के स्वार्थ में ही फंसे है।।जन्म से ही कौतुक दिखाना,सबसे अपनी पहचान छिपाना।क्या पूतना क्या कंस, सबको सबक
प्यारी दिलरुबा दिनांक-18/8/22 दिन-बृहस्पतिवार जिसका मुझे,,था इंतज़ार,,, जिसके लिए,,, दिल था बेक़रार,,, वो घड़ी आ गई....आ गई... आ गई... 🙇📚अरे सुनो ना दिलरुबा जल्दी आ जाओ,,, आज हम दोनों मिलकर अपने प
प्यारी दिलरुबा दिनांक-18/8/22 दिन-बृहस्पतिवार जिसका मुझे,,था इंतज़ार,,, जिसके लिए,,, दिल था बेक़रार,,, वो घड़ी आ गई....आ गई... आ गई... 🙇📚अरे सुनो ना दिलरुबा जल्दी आ जाओ,,, आज हम दोनों मिलकर अपने प
भगवान कृष्ण और मोरपंख आज और कल समूचा देश भगवान श्री कृष्ण का जन्म महोत्सव मनाएगा | भगवान कृष्ण की बात करते हैं तो उनके बालों में लगा मोरपंख का मुकुट अनायास ही सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है और
यक्ष प्रश्न है आन खड़ा,सेहत बड़ी या पैसा बड़ा।सबने दिया अपना अपना विचार, जीत गया पैसा सेहत गई हार।।सेहत को अहमियत ना देना,पैसों को ही बड़ा मान लेना।पैसों का जीतना एक गलत जीत है,सही मायनों में सेह
प्रिय सखी।कैसी हो ।मै अच्छी हूं ।अब ठीक हूं पता नही इस महीने क्या हुआ है । हमारी तुम्हारी मुलाकात सही से हो ही नही पा रही है ।कभी हम बीमार तो कभी पतिदेव।आज घर पर ही थी सोचा आज तुम से मिलूंगी लेकिन
स्वंय पर तू विश्वास कर,शुभ कर्मों का प्रयास कर।भगवान सब देख रहा है,ध्यान से सुनो वो कुछ कह रहा है।।शुभ कर्म करते जाना, पर कभी एहसास मत कराना। शुभ कर्म शुभता लाएंगे,सभी के जीवन को सुखद बनाएंग
दिनांक-16/8/2022 दिन-मंगलवार प्यारे साथियों और मेंरी दिलरुबा,,, कैसे हैं आप लोग,,। मैं यह चाहती हूं के हम एक दूसरे का हाथ थाम कर शब्द.इन पर अपने शब्दों द्वारा,,,,,,,,इसी तरहं उन्नति के पथ पर अग्रसर
स्वतन्त्रता दिवस 15/8/2022 दिन-सोमवार आज़ाद है हम आज़ाद वतन अपना तन-मन इसको अर्पण , आज़ाद हैं हम आज़ाद वतन दिलरुबा आज 15 अगस्त है और यह दिन हर भारतवासी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है आज के ही दिन
सूर्य का सिंह में गोचर बुधवार 17 अगस्त भाद्रपद कृष्ण षष्ठी को प्रातः 7:24 के लगभग गर करण और गण्ड योग में सूर्यदेव अपने मित्र ग्रह चन्द्र की कर्क राशि से निकल कर अपनी स्वयं की राशि सिंह में और मघा न
दिलरुबा डायरी,,हर घर तिरंगा 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 दिनांक -14/8/2022 दिन -रविवार विजई विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा, शान न इसकी जाने पाए, चाहे जान भले ही जाए,,,,, हां दिलरुबा मुझ
प्रिय सखी।कैसी हो।मै अच्छी हूं।अब की बार काफी दिनों बाद मुलाकात हुई क्या करूं तबीयत नासाज थी ।नही नही हमारी तो ठीक हो गयी थी दो दिन मे बस पतिदेव की तबीयत ठीक नहीं थी।सोई अवकाश ही नही मिला।आज थोड़ा समय
आज sunday है। यानी कि छुट्टी का दिन। 14-8-2022, दो दिन से लगातार बारिश हो रही है। मण्डला में माँ नर्मदा पर बना छोटा पुल जिसे यहां के स्थानीय भाषा में छोटा रपटा कहते हैं। लगातार बारिश की वजह
दिनांक-13/12/2022 दिन -शनिवार देखा एक ख़्वाब तो ये सिलसिले हुए, दूर तक निगाह में हैं गुल खिले हुए,,,, 🙇📚दिलरुबा,, ऐसा क्या के आज सुबह-सुबह गाना शुरू हो गया है आपका,,, क्या बताऊं दिलरुबा रात बहुत दे
जननी तेरी क्या है कहानी ,हर तरफ चल रही मनमानी । दर्द बढ़ रहा तेरा हर पल ,गम में पढ़ रही जिंदगी बितानी । ममता का तूने फर्ज निभाया ,सब सपनों को तूने लुटाया । मुँह का निवाला छोड़कर तूने
12/8/2022 दिन-शुक्रवार मैं चुप रहूंगी 📚📚प्यारी दिलरुबा कभी-कभी किसी से भी बोलने को मन नहीं करता,, दिल चाहता है कि ढेर सारी बातें अपने आप से ही कर डालूं,,,,,,,,,, तुम्हारे साथ क्यों नहीं अगर तुम्हारे
Hello friendsआज के इंसान भी अपनी जीत के लिए , करते हैं अपने ही लोगों से दांव - पेंच , षड्यंत्र बनाते हैं अनेक , ये जिंदगी आसान नहीं , जिंदगी भी है एक खेल ।जिस तरह लूडो में ही अपने ,&nbs